इस्लामाबाद : जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त किए जाने और दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में बांटने के भारत के फैसले के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया है। 5 अगस्त, 2019 को लिए भारत के इस फैसले के बाद से कश्मीर से हिंसा की कोई बड़ी वारदात सामने नहीं है, जिससे भी पाकिस्तान में बौखलाहट है।
इसी बौखलाहट में पाकिस्तान कभी भारत के खिलाफ जेहाद छेड़ने की बात करता है तो कभी इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की बोलता है। यह भी कोई छिपी बात नहीं है कि वह किस तरह कश्मीरी अवाम को बरगलाने की कोशिश करता है। इसी क्रम में पाकिस्तान ने बुधवार (5 फरवरी) को कश्मीरियों से एकजुटता दर्शाते हुए एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उसने सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी वुरहान वानी का विजुअल दिखाते हुए कश्मीर के लोगों को भड़काने की कोशिश की है।
पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग की ओर से यह वीडियो जारी किया गया है। डीजी आईएसपीआर के ट्विटर हैंडल से कश्मीर के साथ होने की बात भी कही गई है। पाकिस्तान की ओर से यह ट्वीट और वीडियो ऐसे समय में आया है, जबकि एक दिन पहले ही पाकिस्तान असेंबली में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) ने इमरान सरकार से भारत के खिलाफ 'जिहाद' का ऐलान करने की मांग की।
जेयूआईएफ के नेता मौलाना अब्दुल अकबर चितराली ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को आधिकारिक तौर पर भारत के खिलाफ 10 फरवरी के बाद युद्ध शुरू करने की घोषणा कर देनी चाहिए। यह पाकिस्तान के कट्टरपंथी राजनीतिक दलों में कश्मीर को लेकर उनकी छटपटाहट को दर्शाता है, जो घाटी में हालात सामान्य होने के कारण पहले से ही हैरान-परेशान हैं।