- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर गुरुवार को अब तक का सबसे घातक साइबर हमला हुआ है
- यूजर्स ने बिटकॉइन के रूप में 90 लाख रुपए से अधिक गंवा दिए
- ट्विटर ने स्वीकार किया कि हैकर्स ने हाई प्रोफाइल के अकाउंट को हाइजैक करने के बाद उसके इंटरनल सिस्टम्स और टूल पर नियंत्रित स्थापित कर लिया था
Cryptocurrency scam : अभी तक के सबसे घातक साइबर हमले के बाद, ट्विटर ने शुक्रवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी स्कैम (Cryptocurrency scam) की वजह से 130 अकाउंट प्रभावित हुए और वह स्थिति को नियंत्रित करने के लिए खाते के मालिकों के साथ कार्य कर रहा है। ट्विटर ने स्वीकार किया कि हैकर्स ने हाई प्रोफाइल के अकाउंट को हाइजैक करने के बाद उसके इंटरनल सिस्टम्स और टूल पर नियंत्रित स्थापित कर लिया था। ट्विटर सपोर्ट ने ट्वीट कर कहा, अभी तक जितना हम जान पाए हैं, हम मानते हैं कि 130 खातों को निशाना बनाया गया। बयान के अनुसार, अटैकर इन खातों पर नियंत्रण स्थापित करने में कामयाब रहे और फिर इन खातों से ट्वीट किया।
नन-पब्लिक डाटा पर लगाई गई सेंध
कंपनी ने कहा कि हम यह पता लगा रहे हैं कि क्या इन अकाउंट्स से संबंधित नन-पब्लिक डाटा पर सेंध लगाई गई है और हम इस बारे में जानकारी इकट्ठी करने के बाद सूचित करेंगे। सभी अकाउंट के लिए योर ट्विटर डाटा को डाउनलोड करने पर जांच जारी रहने तक रोक लगा दी गई है। ट्विटर ने कहा, सतर्कता बरतते हुए, हमने उन अकाउंट्स को लॉक करने का फैसला किया है, जिसने बीते 30 दिन के अंदर पासवर्ड बदले हैं। कंपनी ने कहा, आप संभवत: अपने पासवर्ड को रिसेट करने में सक्षम नहीं हुए होंगे। अब जिनके अकाउंट लॉक नहीं हैं, वे लोग अपने पासवर्ड को रिसेट कर सकते हैं।
ट्विटर पर गुरुवार को अब तक का सबसे घातक साइबर हमला
गौर हो कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर गुरुवार को अब तक का सबसे घातक साइबर हमला हुआ है। जबतक ट्विटर टीम इस क्रिप्टोकरेंसी स्कैम को रोकने के लिए हरकत में आती, तबतक 367 यूजर्स ने बिटकॉइन (bitcoins) के रूप में 90 लाख रुपए से अधिक गंवा दिए। साइबर सिक्युरिटी कंपनी कास्परस्की के अनुसार, इस घातक स्कैम ने हमें इस तथ्य से अवगत करा दिया कि हम उस दौर में जी रहे हैं, जब चाहे कितना भी कंम्यूटर कौशल से युक्त कोई व्यक्ति हो या फिर सबसे सुरक्षित अकाउंट हो, उसे भी हैक किया जा सकता है।
कोई भी वेबसाइट/सॉफ्टवेयर पूरी तरह सुरक्षित नहीं?
कंपनी में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ दिमित्री बेसजुझेव ने कहा, हमारे अनुमान में, केवल दो घंटे के अंदर ही, कम से कम 367 यूजर्स ने अटैकर को करीब 90 लाख डॉलर ट्रांसफर कर दिए। कोई भी वेबसाइट/सॉफ्टवेयर न तो पूरी तरह से बग से सुरक्षित है और न ही मन फैक्टर से। ट्विटर ने स्वीकार किया कि यह हैकरों द्वारा किया गया समन्वित इंजीनियरिंग था, जिसने सफलतापूर्वक हमारे कुछ कर्मचारियों को आंतरिक प्रणालियों और टूल्स में पहुंच के साथ निशाना बनाया। ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने भी घटना के लिए माफी मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ट्विटर में हमारे लिए बहुत मुश्किल दिन। हम सब काफी परेशान हैं कि इस तरह की चीजें हुईं।
इन हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हुए हैक
गौर हो कि इससे पहले दुनिया भर में प्रमुख व्यक्तियों- जो बिडेन, बराक ओबामा, इलॉन मस्क, बिल गेट्स, जेफ बेजोस, एपल और उबर के अकाउंट को क्रिप्टोकरेंसी स्कैम को फैलाने के लिए अटैकर द्वारा एक साथ हैक कर लिया गया था। वहीं गियोटुस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के सह-संस्थापक अर्जुन विजय ने कहा कि इस तरह के स्कैम पहले भी हुए थे, लेकिन कभी इतने बड़े स्तर पर नहीं हुआ था। यह बहुत ही सुनियोजित तरीके से एक ही समय किया गया समन्वित साइबर हमला था।