- मदन लाल ने कहा कि आईपीएल नहीं होने से टी20 विश्व कप के लिए धोनी की मुसीबत बढ़ेगी
- लाल ने कहा कि धोनी को लेकर टीम प्रबंधन, शास्त्री और कोहली क्या सोच रहे हैं , पता नहीं
- लाल ने कहा कि चयनकर्ता पहले धोनी को क्रिकेट खेलते देखना चाहते हैं और फिर उनका चयन करेंगे
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल का मानना है कि कोरोना वायरस संकट के कारण अगर इस साल आईपीएल नहीं हुआ तो एमएस धोनी की मुसीबतें बढ़ जाएंगी। क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य लाल ने एएनआई से बातचीत में कहा, 'देखिए एमएस धोनी के लिए परेशानी है। उन्होंने विश्व कप के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। अगर आईपीएल नहीं होता, तो एमएसडी की दिक्कतें बढ़ेंगी। मुझे नहीं पता कि धोनी को लेकर टीम प्रबंधन, रवि शास्त्री, विराट कोहली या चयनकर्ता क्या सोच रहे हैं।'
धोनी ने पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। फिर वह 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल के उद्घाटन मैच से क्रिकेट एक्शन में वापसी करने वाले थे। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल 2020 को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब देश में लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में आईपीएल के कार्यक्रम में बदलाव होने की पूरी संभावना है।
धोनी के लिए चिंता का समय
ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में इस साल अक्टूबर-नवंबर में टी20 विश्व कप खेला जाना है। लाल का मानना है कि धोनी के लिए परेशानी बढ़ सकती है। उन्होंने कहा, 'चयनकर्ता भी चाहेंगे कि एमएस धोनी पहले क्रिकेट खेले और इसके बाद ही वो उनका चयन करेंगे। टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं पर बड़ी जिम्मेदारी है। मुझे लगता है कि दिक्कतें बढ़ेंगी। एमएस धोनी ने काफी क्रिकेट खेली है और वह सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं। मेरे ख्याल से उन्हें अपने आप चयनकर्ताओं को बताना होगा कि वह क्या सोच रहे हैं। फिर चयनकर्ता कुछ सोच पाएंगे।' याद हो कि टी20 विश्व कप का पहला मैच 18 अक्टूबर और फाइनल 15 नवंबर को खेला जाएगा।
कोरोना का कहर
मदन लाल ने कहा कि कोरोना वायरस संकट जब तक खत्म नहीं होता तब तक आईपीएल का आयोजन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, 'जब तक कोरोना वायरस खत्म नहीं होता, तब तक आईपीएल आयोजित नहीं किया जा सकता। यह बड़ी बीमारी है और हमारे दर्शकों की सुरक्षा प्राथमिकता है। खिलाड़ी एक से दूसरे शहर कैसे जाएंगे? तो इस समय कई परेशानियां हैं। जब तक सरकार हरी झंड़ी नहीं दे, मुझे लगता है कि आईपीएल का आयोजन मुश्किल है। बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी के लिए भी यह मुश्किल है। यह देखना होगा कि 3 मई के बाद क्या होता है। अगर बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी कोई हल निकालें तो बेहतर।'