- अंपायर के फैसले से खुश नहीं थे मैथ्यू वेड
- वेड का मानना था कि गेंद उनके बल्ले पर लगी
- स्निकोमीटर में उनके बल्ले का किनारा लगने का कोई संकेत नहीं दिखाया
मुंबई: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और गुजरात टाइटंस के बीच अहम मुकाबले में तकनीकी खामी का किस्सा सामने आया, जिसने मैथ्यू वेड को आगबबूला कर दिया। गुजरात टाइटंस के बल्लेबाज विवादित तरीके से आउट दिए जाने के बाद इतने गुस्से में थे कि उन्होंने अपना हेलमेट फेंका और ड्रेसिंग रूम के फ्लोर पर बल्ला दे मारा। यह घटना गुजरात टाइटंस की पारी के छठे ओवर की है।
ग्लेन मैक्सवेल ने राउंड द विकेट से गेंदबाजी करते हुए अंदर की तरफ लेंथ गेंद डाली। वेड ने इस पर स्वीप शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन गेंद सीधे पैड पर जाकर लगी। आरसीबी के खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की और मैदानी अंपायर ने उंगली उठाने में देरी नहीं की। मैथ्यू वेड को भरोसा था कि उनका बल्ला गेंद पर लगा है। इसलिए उन्होंने डीआरएस लेने का मन बनाया और इशारा कर दिया।
ऐसा लगा कि गेंद बल्ले पर लगकर हल्की सी घूमी, लेकिन हर किसी को हैरानी तब हुई जब अल्ट्राएज ने कोई संकेत नहीं दिया कि बल्ले के पास से गेंद गुजरी तो बल्ले का किनारा लगा या नहीं। डीआरएस में भी वेड को आउट दिया गया और मैदानी अंपायर ने अपनी उंगली फिर उठा दी। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इस पर नाखुश नजर आए क्योंकि वो जानते थे कि उनके बल्ले का किनारा गेंद पर लगा है। मगर तीसरे अंपायर ने आउट दिया तो वेड को ड्रेसिंग रूम की तरफ लौटना पड़ा।
जैसा ही वेड ड्रेसिंग रूम में पहुंचे तो उन्होंने गुस्से में अपना हेलमेट फेंका और जमीन पर बल्ला मारने लगे। बता दें कि मौजूदा आईपीएल में यह दूसरा मौका है जब बल्लेबाज को तकनीकी खामी के बावजूद आउट दिया गया हो। इसेस पहले मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा भी हैरान रह गए थे जब अंपायर ने उन्हें ड्रेसिंग रूम जाने को कहा था। वो तब 5 गेंदों में दो रन बनाकर खेल रहे थे। रोहित शर्मा भी ऐसी हरकत के बाद काफी निराश नजर आए थे।