- वीरेंद्र सहवाग ने गांगुली और कोहली की कप्तानी पर विचार रखे
- सहवाग ने दो सफल भारतीय कप्तानों की स्टाइल की तुलना की
- पूर्व ओपनर ने कहा कि गांगुली ने कई खिलाड़ियों का समर्थन किया जबकि कोहली ने ऐसा नहीं किया
मुंबई: भारत के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मनना है कि सौरव गांगुली की कप्तानी भारतीय क्रिकेट में किसी और की तुलना में अधिक अच्छी रही है। साथ ही पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि कप्तान के रूप में विराट कोहली का रिकॉर्ड भले ही अच्छा रहा हो, लेकिन वह गांगुली जैसी टीम नहीं बना पाए हैं। सहवाग ने होम ऑफ हीरोज स्पोर्ट्स18 पर कहा, 'सौरव गांगुली ने एक नई टीम बनाई, नए खिलाड़ियों का हमेशा समर्थन किया। मुझे संदेह है कि शायद ही कोहली ने अपने कार्यकाल में ऐसा किया हो।'
दो बार के विश्व कप विजेता ने कहा कि कोहली की कप्तानी के दौरान, 2-3 साल के लिए लगभग हर टेस्ट के बाद टीम को बदलने का चलन था, चाहे वे जीते या हारे। सहवाग ने आगे कहा, 'मेरी राय में नंबर 1 कप्तान वह है जो एक टीम बनाता है और अपने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देता है। उन्होंने (कोहली) कुछ खिलाड़ियों का समर्थन किया, कुछ का नहीं किया।'
यह पूछे जाने पर कि क्या वनडे और टी20 में सीमित सफलता के साथ ऋषभ पंत का करियर उनके जैसा था, इस पर सहवाग सहमत दिखे और कहा कि पंत सीमित ओवरों के क्रिकेट में खुल कर खेलने पर अधिक सफल होंगे।
इस साल की शुरुआत में जब पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में ओपनिंग करने उतरे तो क्रिकेट प्रशंसक दंग रह गए थे। उन्होंने 34 गेंदों में 18 रन बनाए, लेकिन भारत के कोच राहुल द्रविड़ को पता था कि वह क्या कर रहे हैं। अंडर-19 कोच के रूप में द्रविड़ ने पंत का कौशल देखा था, जब उन्होंने 2016 आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के दौरान नेपाल के खिलाफ 18 गेंदों में सबसे तेज अंडर-19 अंतर्राष्ट्रीय अर्धशतक दर्ज किया। साथ ही अगले मैच नामीबिया के खिलाफ एक शतक लगाया था।
सहवाग ने कहा, 'हम 50 या 100 रन बनाने के लिए सीमित ओवरों में नहीं खेलते हैं, बल्कि तेज गति से रन बनाने के लिए खेलते हैं, चाहे हालात कोई भी हो। नंबर 4 या 5 पर वह खुद को उन स्थितियों में पाएंगे, जो अधिक जिम्मेदारी की मांग करते हैं, लेकिन अगर वह खुलते हैं, तो वह कहीं अधिक सफल होंगे।'
सहवाग ने पृथ्वी शॉ को भविष्य में देखने वाले खिलाड़ी के रूप में भी चुना। सहवाग ने कहा, 'वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो टेस्ट क्रिकेट में अच्छा कर सकते हैं। सामने वाली टीम को सोचना होगा कि क्या शॉ और पंत के रहते हुए 400 रन पर्याप्त होंगे।' सहवाग ने दावा किया, 'शॉ और पंत भारत को टेस्ट क्रिकेट पर राज करने और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतने में मदद कर सकते हैं।'