उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरेप की घटना के बाद मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसके बाद पुलिस पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं, नरसिंहपुर जिले के एक गांव में एक विवाहित दलित महिला ने आत्महत्या कर ली बताया जा रहा है कि इस महिला के साथ चार दिन पहले तीन लोगों ने गैंगरेप किया था, लेकिन पुलिस ने तीन दिन तक मामले के आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की थी जिसके चलते उसने अपनी जान दे दी।
बताया जा रहा है कि नरसिंहपुर के एक गांव में रहने वाली दलित महिला खेत में घास काटने गई थी जब पड़ोस में रहने वाले तीन आरोपियों ने वहीं पर उसके साथ गैंगरेप किया। परिजनों का आरोप है कि वे शिकायत लिखाने के लिए गोटिटोरिया चौकी और चीचली थाने गए तो उनकी बात नहीं सुनी गई और उन्हें चक्कर लगाने पर मजबूर किया गया लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया, पुलिसवालों के इस असंवेदनशील रवैय्ये से परेशान पीड़िता ने घर में ही फांसी लगा दे दी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एडिशनल एसपी और एसडीओपी को हटाने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा एफआईआर नहीं लिखने वाले चौकी प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने का निर्देश भी सीएम ने दिया है।
शासन ने एसपी से पूरी घटना पर स्पष्टीकरण मांगा गया है वहीं पुलिस ने कहा कि बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है