- दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है
- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में AQI शनिवार सुबह भी 355 दर्ज किया गया
- प्रदूषण से निजात के लिए यहां 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' फेज-2 शुरू किया गया है
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण की समस्या अब भी विकराल बनी हुई है। वायु प्रदूषण से निजात के लिए यहां अब तक कई फौरी कदम उठाए गए हैं, पर इन सबका तत्काल असर यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पर नहीं देखा जा रहा है। शनिवार सुबह भी राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई, जब AQI साढ़े तीन सौ से अधिक दर्ज किया गया। इस बीच प्रदूषण से निजात पाने के लिए सरकार ने एक और कदम उठाते हुए 'रेड लाइन ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान का दूसरा चरण शुरू किया है।
केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली 'सफर' के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में AQI शनिवार सुबह 355 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है और जो शुक्रवार के मुकाबले कहीं अधिक है। शुक्रवार को यहां AQI 332 दर्ज किया गया था। यहां हवा में प्रदूषक तत्व PM10 की मात्रा 313 दर्ज की गई है, जो 'खराब' श्रेणी में आता है, जबकि PM2.5 की मात्रा 191 दर्ज की गई है, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। यहां तेज हवाओं के बीच रविवार के बाद प्रदूषण से कुछ हद तक निजात मिलने का अनुमान है।
रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ फेज-2 लॉन्च
दिल्ली में वायु प्रदूषण से निजात के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें स्कूल कॉलेजों को अगले आदेश तक के लिए बंद किए जाने के साथ-साथ 21 नवंबर तक तोड़फोड़ व निर्माण गतिविधियों पर रोक भी शामिल है। हालांकि AQI के स्तर को देखते हुए इन कदमों का बहुत तात्कालिक असर वायु प्रदूषण की स्थिति पर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। इनके दूरगामी परिणाम क्या होंगे, यह देखने वाली बात होगी। वहीं इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है, जिस पर अगली सुनवाई अब 23 नवंबर को होने वाली है।
इस बीच दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण को कम करने के लिए शुक्रवार को एक और कदम उठाते हुए 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान की शुरुआत की। यह इस अभियान का दूसरा चरण है। इससे पहले बीते साल भी इसी वक्त दिल्ली में प्रदूषण की समस्या विकराल हुई थी, जिसके बाद सरकार ने वाहनों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने और शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए यह कदम उठाया था। इसके जरिये कार व बाइक सवारों से अनुरोध किया जा रहा है कि सड़कों पर जहां कहीं भी जब तक रेड लाइन ऑन रहे, वे अपवे वाहन का इंजन बंद रखें। समझा जाता है कि इससे वाहन से होने वाले उत्सर्जन के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी, जिसे दिल्ली में प्रदूषण के लिए एक अहम बताया गया है।