- गलवान घाटी में 15 जून को चीन के साथ हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए थे
- कई सैनिक इस झड़प में घायल भी हुए, उनका लेह के सैन्य अस्पताल में इलाज जारी है
- पीएम मोदी ने कहा था- हमारे जवान मारते-मारते मरे हैं
नई दिल्ली: चीन के साथ 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में हमारे 20 जवान शहीद हुए थे। इनके अलावा कई सैनिक घायल भी हुए थे। उन्हीं में से एक हैं दिल्ली के मेजर चाणक्य कौशिश। उन्हें लेह के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब उनकी हालत बेहतर बताई जा रही है।
'दैनिक जागरण' की खबर के अनुसार, मेजर चाणक्य के शौर्य और साहस से उनका परिवार ही नहीं बल्कि पूरा अलीपुर गांव गौरवान्वित है। उनके भाई जतिन ने बताया कि चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में उन्हें सिर में 8 से 10 टांके आए। उनको हाथ में भी फ्रैक्चर हुआ और पैर में भी चोट आई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मेजर के परिवार से फोन पर बात की। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली निवासी भारतीय सेना के मेजर चाणक्य कौशिक ने LAC पर अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश की रक्षा की, ईश्वर से प्रार्थना है कि वे जल्द स्वस्थ होकर अपने घर लौटें। मैंने उनके परिजनों से बात की और उनका हौंसला बढ़ाया। मेजर कौशिक की बहादुरी को दिल्ली समेत पूरा देश सलाम करता है।'
घायलों से मिले थे सेना प्रमुख
हाल ही में जब सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे 2 दिन के लिए लद्दाख दौरे पर पहुंचे थे तो इस दौरान उन्होंने लेह में सैन्य अस्पताल में सैनिकों से मुलाकात की थी। भारतीय सेना ने ट्वीट कर कहा, 'सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे अपने दो दिवसीय पूर्वी लद्दाख दौरे के दौरान सैन्य अस्पताल, लेह में हमारे वीर सैनिकों के साथ बातचीत करते हुए।'