Jahangirpuri Violence Update: दिल्ली के जहांगीर पुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) के मामले में Police आरोपियों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया है। इस मामले में पुलिस को सरगर्मी से उस आरोपी की तलाश थी जो हिंसा के दौरान हाथ में पिस्टल लिए नजर आया था।
हिंसा के दिन गोली चलाने वाला शख्स का नाम सोनू चिकना बताया जा रहा है, जो सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हुआ था,वो फरार था, उसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है।बता दें कि अब तक कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने कहा- नीले कुर्ते में 28 वर्षीय व्यक्ति, सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस, जिसका वीडियो 17 अप्रैल को सोशल मीडिया पर 16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में दंगे के दौरान गोली चलाते हुए प्रसारित किया जा रहा था, को गिरफ्तार कर लिया गया है। 17 अप्रैल को सोशल मीडिया में एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा था जिसमें एक व्यक्ति (नीले कुर्ते में) 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में दंगे के दौरान गोलियां चला रहा था। पुलिस टीम ने सीडी पार्क रोड स्थित उसके घर उसकी तलाशी ली और उसके परिवार की जांच के लिए गई थी।
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गौर हो सोनू चिकना का नाम इस हिंसा में प्रमुखता से सामने आ रहा है, दरअसल इसके पीछे की वजह है वो ये कि जहांगीरपुरी हिंसा में सोनू चिकना का एक वीडियो वायरल हो रहा है हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान उसने फायरिंग की थी।
डीसीपी नॉर्थ वेस्ट ने बताया कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस के पास से एक अत्याधुनिक पिस्टल बरामद हुई है। धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज। आरोपी ने खुलासा किया कि उसने घटना के दौरान कुशाल चौक के पास अपनी पिस्तौल से फायरिंग की थी।
परिवार के लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया
पुलिस की टीम उसके घर पहुंची थी उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ होनी थी इसी दौरान परिवार के लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। हालांकि पुलिस ने इसे पथराव न कहते हुए मामूली घटना माना है। सोनू चिकना की मां ने बताया कि उनका परिवार मूल रूप से हल्दिया, पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।
"कुछ लोग स्थिति को तनावपूर्ण बनाए रखने के लिए कोशिश कर रहे हैं"
दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के अनुसार जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में अब तक दोनों समुदायों के 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने यह भी कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों को वर्ग, पंथ या धर्म के आधार पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस आयुक्त ने इन दावों का भी खंडन किया कि हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान जहांगीरपुरी की एक स्थानीय मस्जिद में भगवा झंडा फहराने का प्रयास किया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग स्थिति को तनावपूर्ण बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहे है।इस पर लोगों को ध्यान नहीं देना चाहिए।
फोरेंसिक टीमों ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किये हैं
पुलिस आयुक्त ने कहा कि जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है और इस सिलसिले में 14 टीमों का गठन किया गया है। चार फोरेंसिक टीमों ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किये हैं। अस्थाना कहा कि सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल जानकारी के विश्लेषण के माध्यम से सभी तरीके से मामले की जांच की जाएगी।