नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का 11 साल का लड़का लिवजोत सिंह अरोड़ा को वर्तमान अकादमिक सत्र में कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति दी गई है। माइलस्टोन स्कूल भिलाई के कक्षा 5 के छात्र को कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित होने की अनुमति मिली, जिसकी आयु सीमा कम है। स्टूडेंट को 'आईक्यू' रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा में उपस्थित होने की अनुमति प्रदान की गई है।
राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारी ने कहा, 'यह राज्य का संभवत: पहला मामला है, जहां 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में बैठने का अवसर दिया गया है।' एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि लिवजोत ने छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन को एक आवेदन सौंपा था जिसमें 2020-21 के शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति मांगी गई थी।
इसलिए मिली अनुमति
उन्हें दुर्ग जिला अस्पताल में आईक्यू परीक्षण के लिए उपस्थित होना पड़ा, जिसमें पता चला कि उसका आईक्यू 16 साल की उम्र के लड़के के समान है। उसके परीक्षा परिणाम और आईक्यू टेस्ट स्कोर राज्य बोर्ड परीक्षा और परिणाम समिति के समक्ष प्रस्तुत किए गए, जिसके बाद उसे इस साल बोर्ड परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी गई है।
पिता ने जाहिर की खुशी
लिवजोत के पिता गुरविंदर सिंह अरोड़ा ने कहा कि उनके बेटे ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी है और मंजूरी मिलने के बाद बेहद उत्साहित है। उन्होंने कहा, 'लिवजोत शुरू से ही प्रतिभाशाली था। जब वह कक्षा 3 में था, तो हमने पाया कि वह जटिल मैथ्स की समस्याओं को सेकंड में हल कर सकता था। बाद में हमने छोटे बच्चों को बोर्ड परीक्षाओं में बैठने की अनुमति की खबरें देखीं और हमने उस पर कोई दबाव डाले बिना तैयारी शुरू कर दी।'