पटना: बिहार बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन, बीएसईबी 12 वीं और 10 वीं के परिणाम क्रमशः 24 मार्च और 26 मई, 2020 को जारी किए गए थे। अब बीएसईबी ने कुल 340633 में से 214287 अधिक उन परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण कर दिया है जो इस वर्ष एक या दो विषयों में फेल हो गए हैं। बोर्ड की वेबसाइट biharboardonline.bhar.gov.in पर एक नई सूची अपलोड की गई है। फेल छात्र-छात्राओं को ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया है। महामारी के दौरान कम्पार्टमेंट परीक्षा से बचने के लिए बोर्ड द्वारा यह कदम उठाया गया है।
26 मार्च को जारी किए थे 12वीं के परिणाम
बिहार बोर्ड इस साल परिणाम प्रकाशित करने वाला पहला बोर्ड था। इंटरमीडिएट के परिणाम 26 मार्च को ही जारी किए गए थे जबकि BSEB मैट्रिक (10वीं) के परिणाम 26 मई, 2020 को जारी किए गए थे। 12 वीं के परिणाम घोषित होने के बाद बोर्ड को 10 वीं के परिणाम घोषित करने में लगभग दो महीने लग गए। बोर्ड ने कहा कि यह मूल्यांकन प्रक्रिया महामारी के प्रकोप के कारण विलंबित हुई जिस वजह से परिणामों में देरी हुई।
बिहार में कोरोना का प्रकोप
महामारी के दौरान परीक्षा से बचने के लिए बोर्ड का कदम तर्कसंगत है क्योंकि अकेले बिहार में कोरोना के रोगियों की संख्या 70,000 तक बढ़ गई है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उत्तीर्ण घोषित करने के लिए छात्रों को कितने ग्रेस अंक आवंटित किए गए हैं। बोर्ड के सचिव आनंद किशोर ने कहा, 'स्थिति सामान्य होने और फिर कंपार्टमेंट परीक्षा आयोजित करने के इंतजार में नवंबर-दिसंबर में परिणाम घोषित करने में देरी होगी, जिससे वर्तमान शैक्षणिक सत्र में किसी भी छात्र को लाभ नहीं होगा। यह पूरी तरह से छात्रों के हितों में लिया गया निर्णय है। कुछ अन्य बोर्डों ने भी महामारी के बीच में परीक्षा लेने के जोखिम से बचने के लिए ऐसा ही किया था।'