- छत्तीसगढ़ बोर्ड ने लॉकडाउन के कारण रद्द किए 10वीं और 12वीं बोर्ड के बाकी बचे विषयों की परीक्षा
- आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर विद्यार्थियों को दिए जाएंगे अंक
- आंतरिक मूल्यांकन में असफल रहने वालों को इस तरह किया जाएगा पास
रायपुर: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड( CGBSE)ने कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के बाकी बचे पेपरों की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से राज्य में बोर्ड की परीक्षाएं पूरी नहीं हो सकी थीं। ऐसे में अब बाकी बचे पेपरों की परीक्षा नहीं लेने का फैसला किया गया है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव प्रोफेसर वीके गोयल ने कहा कि बाकी बचे विषयों के लिए अंकों की गणना स्कूल द्वारा किए गए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किए जाएंगे।
पंजाब द्वारा 10वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द किए जाने के बाद छत्तीसगढ़ एकलौत बोर्ड है जिसने बाकी बचे विषयों की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। एनडीटीवी से बात करते हुए छत्तीसगढ़ बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि जो विद्यार्थी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास नहीं होंगे उन्हें न्यूनतम अंक देकर पास कर दिया जाएगा।
हालांकि इससे पहले बोर्ड ने बाकी के विषयों की परीक्षा 4 से 8 मई के बीच आयोजित कराने का फैसला किया था। लेकिन 30 अप्रैल को बोर्ड ने नोटिस जारी कर परीक्षाओं को अग्रिम सूचना तक स्थगित कर दिया था। माना जा रहा था कि लॉकडाउन के दूसरे चरण के खत्म होने के बाद लिए जाने की संभावना थी। लेकिन लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा के बाद परीक्षा की तारीख को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया था।
कोरोना संक्रमण से पहले पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 2 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित होनी थी। इस साल तकरीबन 2 लाख 70 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे थे। लेकिन 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और 24 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद परीक्षाएं टल गईं।