लखनऊ: सरकारी नौकरियों में धांधली के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। कभी पेपर लीक हो जाता है तो कई बार नियुक्ति पत्र ही नहीं मिल पाता। कहा जाता है कि बिना जुगाड़ के नौकरी मुमकिन नहीं। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी संबंध में सफल अभ्यर्थियों से सवाल पूछे। दरअसल, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) से चयनित जूनियर इंजीनियर (सिविल) परीक्षा के माध्यम से सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के लिए 1,438 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इन जूनियर इंजीनियर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने धनतेरस पर नियुक्ति पत्र दिया।
चयन प्रक्रिया पर सीएम ने सवाल पूछा
मुख्यमंत्री ने सफल हुए अभ्यर्थियों को वर्चुअली नियुक्ति पत्र दिया। उन्होंने साथ ही नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम से जुड़े अभ्यर्थियों के साथ बातचीत भी की। मुख्यमंत्री ने 10 जूनियर इंजीनियर से नियुक्ति प्रक्रिया के बारे में सवाल पूछा। सीएम योगी ने टॉपर आशुतोष सिंह से पूछा कि उन्हें किसी तरह की सिफारिश या कोई जुगाड़ तो नहीं लगाना पड़ा? इसपर सीतापुर के आशुतोष सिंह ने 'जुगाड़' से इंकार किया और कहा कि पूरी चयन प्रक्रिया निष्पक्ष ढंग से हुई। टॉपर ने कहा, 'उम्मीद नहीं थी बिना जुगाड़ नौकरी मिल जाएगी। धन्यवाद मुख्यमंत्री जी।’
महिला वर्ग की टॉपर ने क्या कहा
महिला वर्ग में टॉपर संध्या कन्नौजिया ने मुख्यमंत्री को ईमानदारी से काम करने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह ईमानदारी और शुचिता के साथ नौकरी मिली है, पूरे सेवाकाल में वह यही ईमानदारी बनाए रखेंगी। वहीं, मेरठ निवासी राशिद अली ने मुख्यमंत्री को बताया कि सिलेक्शन और पोस्टिंग में हमारी पसंद जानना शानदार है। इनके अलावा मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान कई जूनियर इंजीनियर ने मनपसंद जिले में तैनाती मिलने पर खुशी का इजहार किया। कानपुर की कुसुम दुबे ने बताया कि उन्हें प्रयागराज में तैनाती मिली है, जहां वो चाहती थी। इसके लिए कहीं किसी तरह के जुगाड़ की जरूरत नहीं पड़ी।