- दिल्ली विश्वविद्यालय में 18 नवंबर से पोस्ट ग्रेजुएशन पाठयक्रमों में दाखिला शुरू होगी
- दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने दाखिला संबंधी नोटिस जारी किया है
- इस दाखिला प्रक्रिया के दौरान ऐसे छात्रों को राहत देने का निर्णय
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में 18 नवंबर से पोस्ट ग्रेजुएशन पाठयक्रमों में दाखिला प्रक्रिया शुरू की जा रही है। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस दाखिला प्रक्रिया के दौरान ऐसे छात्रों को राहत देने का निर्णय लिया है जिनके ग्रेजुएशन का रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं हुआ है। ऐसे छात्र भी अब पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने आधिकारिक जानकारी देते हुए कहा, ग्रेजुएशन के जिन छात्रों का परिणाम जारी नहीं हुआ है, उन्हें भी पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला लेने में कोई समस्या नहीं होगी। छात्र विश्वविद्यालय की एडमिशन बेवसाइट पर जाकर आवश्यक औपचारिकता पूरी करें। इन छात्रों को फिलहाल प्रोविजनल एडमिशन दिया जाएगा। परिणाम जारी होने तक सीट खाली रखी जाएगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने दाखिला संबंधी नोटिस जारी किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक, पोस्ट ग्रेजुएशन के 54 पाठ्यक्रमों में दाखिले होंगे। इसमें अर्थशास्त्र, एमएससी, अंग्रेजी, फिलॉसफी, साइकोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, उर्दू, भूगोल, बायो कमेस्ट्री, बॉयोफिजिक्स, इन्फार्मेटिक्स, माइक्रोबॉयोलॉजी, एमसीए, बुद्धिस्ट स्टडीज, जीवविज्ञान और पत्रकारिता जैसे विषय शामिल है। पोस्ट ग्रेजुएशन में होने वाले यह दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होंगे। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी इन दाखिलों के लिए परीक्षा आयोजित कराएगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए संशोधित पोस्ट ग्रेजुएशन के एंट्रेंस और मेरिट आधारित एडमिशन इस वर्ष दिसंबर तक पूरे किए जा सकेंगे। दिसंबर में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत नए सत्र की कक्षाएं प्रारंभ हो सकेंगी। दिल्ली विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए पहली मेरिट लिस्ट दीपावली के बाद जारी की जाएगी। एडमिशन लेने के इच्छुक छात्र 18 नवंबर से 20 नवंबर के बीच पहली मेरिट लिस्ट के आधार पर अपने पसंदीदा पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में अभी तक यह भी तय नहीं है कि दाखिला लेने के बाद कॉलेज खुलेंगे या नहीं। फस्र्ट ईयर के दाखिले के बाद अगर कॉलेज खुलते हैं तो हॉस्टल लेने की प्रक्रिया में भी काफी समय लगेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हंसराज ने कहा, डीयू द्वारा हॉस्टल नीति स्पष्ट न किए जाने पर दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने चिंता जताई है। टीचर्स एसोसिएशन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि वह कॉलेजों को इस संदर्भ में जल्द ही सकरुलर जारी करे।
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा, एंट्रेंस बेस्ड पीजी पाठ्यक्रमों के लिए पहली मेरिट लिस्ट दीपावली के बाद जारी की जाएगी और छात्र 23 नवंबर तक एडमिशन फीस भर कर दाखिला ले सकते हैं। दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय इस वर्ष दिसंबर से पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों के लिए कक्षाएं शुरू कर सकता है। दिल्ली विश्वविद्यालय के मौजूदा शैक्षिक सत्र 2020-21 में दाखिला लेने वाले, दिल्ली से बाहर के छात्र हॉस्टल को लेकर भी चिंतित हैं। ऐसे छात्र लगातार दिल्ली विश्वविद्यालय से पूछ रहे है कि दाखिला के बाद क्या उन्हें हॉस्टल (छात्रावास) की सुविधा मिल सकेगी।