- दिल्ली में शुक्रवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बुलाई गई बैठक
- यह बैठक दोपहर 2:00 बजे होगी, जिसमें स्कूल खुलने को लेकर जल्दी चीजें स्पष्ट हो सकती हैं।
- दिल्ली सरकार की बनाई एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने की सिफारिश की थी।
Delhi School Reopen: दिल्ली में शुक्रवार यानी 27 अगस्त, 2021 को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में स्कूल खोलने को लेकर फैसला होने की उम्मीद है। यह बैठक दोपहर 2:00 बजे होगी, जिसमें स्कूल खुलने को लेकर जल्दी चीजें स्पष्ट हो सकती हैं।
बता दें, दिल्ली सरकार की बनाई एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने की सिफारिश की थी।
क्या है पूरा मामला
बता दें, डीडीएमए ने अपनी सिफारिशों में कहा था कि पहले 9 से 12 तक की कक्षाओं को चरणबद्ध तरीके से खोला जाना चाहिए। इसके बाद धीरे धीरे करके सभी कक्षाओं को खोला जा सकता है। हालांकि कक्षाएं कब और कैसे खोली जाएंगी, इस पर आखिरी फैसला कल होने वाली बैठक में पता चलने की उम्मीद है।
25 अगस्त को सौंपी थी डीडीएमए ने अपनी रिपोर्ट
इस मुद्दे पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, डीडीएमए (DDMA) ने 25 अगस्त को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी, जिसमें उसने कहा था कि कक्षाओं को चरणबद्ध तरीके से खोला जा सकता है, इसके लिए पहले 9 से 12 के कक्षाओं को खोला जाए, इसके बाद निचले कक्षाओं को भी धीरे-धीरे खोला जाए।
डीडीएमए ने रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर के पहले सप्ताह में आधी क्षमता के साथ स्कूलों को खोला जा सकता है। यदि डीडीएमए के सुझावों को स्वीकार कर लिया जाता है, तो संभावित तिथियों की घोषणा भी जल्दी की जा सकती है।
स्कूल खुलने पर रखना होगा इन बातों का ध्यान
यदि डीडीएमए की रिपोर्ट को मान लिया जाता है तो जाहिर है बच्चों के लिए मास्क पहनना, उचित दूरी बनाए रखना, चीजों को कम से कम छूना या छूने के प्रति सावधानी बरतना जैसी जानकारी के महत्व को समझाना भी जरूरी होगा। सिर्फ यही नहीं पूरे कोविड प्रोटोकॉल के साथ फिर से कक्षाएं खोलनी होंगी ताकि वे कोविड से सुरक्षित रहें।
बता दें, समिति का गठन 6 अगस्त को शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ किया गया था। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने डीडीएमए की एक बैठक में कहा था कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में माता-पिता-शिक्षक की बैठकों में शामिल होने वाले अधिकांश माता-पिता चाहते हैं कि उन्हें फिर से खोला जाए।