- शुरूआत में 100 वाक्यों का एक सेट होगा। जिसे बच्चों को सिखाया जाएगा।
- भाषा को आसानी से सिखाने के लिए, उसे देवनागरी, रोमन लिपि में भी उपलब्ध कराया जाएगा।
- इसके अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषा में अनुवाद भी उपलब्ध होगा।
नई दिल्ली: आने वाले समय में अलग-अलगा भाषाओं के लोगों के बीच बात-चीत करना आसान होने वाला है। शिक्षा मंत्रालय ने भाषा संगम की शुरूआत की है। इसके तहत स्कूल के बच्चों को 22 भाषाओं में रोज इस्तेमाल होने वाले वाक्यों का अध्ययन कराए जाएगा। बच्चों को दूसरी भाषाओं में उपलब्ध वाक्य रोमन भाषा, भारतीय भाषा और देवनागरी लिपि में लिखे होंगे। जिसका हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद कराया जा सकेगा।
क्या है भाषा संगम
शिक्षा मंत्रालय ने आज भाषा संगम पहल को लांच किया गया है। 22 भारतीय भाषाओं में रोजमर्रा के इस्तेमाल में होने वाले बेसिक वाक्य सिखाने के लिए इसे शुरू किया गया है। संगम पहल के जरिए कोशिश यह है कि बच्चों को अपनी मातृभाषा के अलावा किसी अन्य भारतीय भाषा की बेसिक समझ विकसित करना है। मंत्रालय का लक्ष्य आजादी के 75 वें वर्षगांठ में 75 लाख बच्चों में स्किल विकसित करना है।
100 वाक्यों का होगा सेट
शिक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार भाषा संगम पहल के तहत एनसीईआरटी ने भारतीय संविधान में अनुसूचित 22 भाषाओं के 100 वाक्यों का सेट तैयार किया है। इसे स्कूल के बच्चों के ऑडियो और विजुअल फॉर्म में सिखाया जाएगा। बच्चों को भाषा आसानी से समझ में आए इसके लिए दूसरी भाषाओं को देवनागरी, रोमन लिपि में लिखा जाएगा। साथ ही उनका हिंदी और अंग्रेजी भाषा में अनुवाद भी उपलब्ध होगा। भाषाओं को समझने के लिए, जरूरी मैटेरियल दीक्षा, ई-पाठशाला ऐप और 22 बुकलेट में उपलब्ध होगा।
भाषा संगम ऐप हुआ लांच
भाषा संगम पहल के लिए भाषा संगम मोबाइल ऐप को भी लांच किया गया है। इसके तहत MyGov ऐप के साथ मिलकर विकसित किया गया है। शुरूआत में इस ऐप पर हर रोज इस्तेमाल होने वाले 100 वाक्य 22 भाषओं में उपलब्ध होंगे। इसके बाद बच्चे, जैसे-जैसे सीखते जाएंगे और परीक्षा को पास कर अगले चरण में पहुंचेगे तो उन्हें अतिरिक्त वाक्य ऐप के जरिए उपलब्ध कराए जाएंगे।