- AICTE की PRAGATI स्कीम के तहत चयनित छात्रा को एक साल में 50 हजार रुपये की स्कॉलरशिप मिलती है।
- पात्रता के लिए माता-पिता की सालाना आय 8 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- प्रगति स्कीम के तहत राज्यों के आधार पर संख्या तय की गई हैं। सबसे ज्यादा तमिलनाडु में 800 छात्राओं को लाभ मिल सकता है।
नई दिल्ली: मेधावी छात्राओं को AICTE की स्कीम के तहत 50 हजार रुपये की सालाना छात्रवृत्ति (Scholarship) मिल सकती है। इसके लिए AICTE प्रगति स्कीम के तहत छात्रवृत्ति देती है। स्कीम के तहत छात्राओं को AICTE से मान्यता प्राप्त डिग्री कोर्स से पढ़ाई करना जरूरी है। इसके तहत चयनित छात्रा को एक साल में 50 हजार रुपये की स्कॉलरशिप मिलती है। इस योजना के तहत हर साल 5000 छात्राओं को स्कीम के जरिए छात्रवृत्ति दी जाती है। AICTE ऐसी ही स्कीम डिप्लोमा करने वाली छात्राओं के लिए चलाती है। आज हम आपको डिग्री कोर्स करने वाली छात्राओं के लिए चलाई जा रही प्रगति स्कीम के बारे में बता रहे हैं।
कौन है पात्र
अखिल भारतीय तकनीकी परिषद (AICTE) की PRAGATI स्कीम के अनुसार, ऐसी छात्राएं जो कि कि डिग्री कोर्स के पहले साल में एडमिशन ले चुकी हैं। इसके अलावा लैटरल एंट्री के तहत दूसरे वर्ष में डिग्री कोर्स में प्रवेश पाने वाली छात्राएं पात्र होती है। हालांकि पात्रता के लिए माता-पिता की सालाना आय 8 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
कैसे करें आवेदन
जो छात्रा योजना के लिए पात्र शर्तों को पूरा करती है, वह स्कॉलरशिप स्कीम के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। योजना के तहत स्कीम का फायदा अधिकतम 4 साल के लिए प्राप्त किया जा सकता है। स्कीम के तहत स्कॉलरशिप का लाभ लेने के लिए आवेदक का आधार और बैंक खाता लिंक होना चाहिए। जिससे 50000 रुपये की राशि उसके खाते में पहुंचाई जा सके।
राज्यों के आधार पर छात्राओं के लिए सीटें
स्कीम के तहत 13 केंद्र शासित प्रदेश और पूर्वोंत्तर राज्यों की सभी पात्र छात्राओं का चयन किया जाता है। जबकि शेष 5000 छात्राएं दूसरे राज्यों से चयनित की जाती हैं। AICTE से मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु से 800 , आंध्र प्रदेश से 566, महाराष्ट्र से 553, तेलंगाना से 424, उत्तर प्रदेश से 422, मध्य प्रदेश से 285 सीटें छात्राएं चयनित की जाती है।
आवेदन के लिए क्या करना होगा
जो छात्राएं पात्रता की शर्तें पूरा करती हैं। उन्हें नेशनल स्कॉलशिप पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उसके बाद मेरिट के आधार पर जरूरी क्वॉलिफिकेशन प्रक्रिया पूरा करने के बाद, छात्रा का चयन किया जाता है। जिसके आधार पर उसे सालाना 50 हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलती है।