- 12वीं के बाद कर सकते हैं मार्केटिंग व कम्युनिकेशन में कोर्स
- ब्रांड मैनेजर बनने के लिए बेहतर कम्युनिकेशन स्किल जरूरी
- प्रोडक्ट की ब्रांडिंग में मुख्य भूमिका निभाते हैं ब्रांड मैनेजर
Career in Brand Management: प्रोडेक्ट छोटा हो या बड़ा, बगैर ब्रांडिंग के उसका मार्केट में टिके रहना संभव नहीं है। ब्रांड महज एक शब्द नहीं होता, यह किसी प्रोडक्ट या कंपनी की पहचान होता है। इसके बदौलत ही कंपनी अपने ब्रांड की कस्टमर के बीच पहचान बना पाती है। ब्रांड में इतनी क्षमता होती है कि यह किसी भी बिजनेस को बना या बिगाड़ सकता है। यही कारण है कि हर कंपनी ब्रांड वैल्यू पर सबसे अधिक फोकस करती है। कंपनी का ब्रांड बनाने में सबसे अधिक महत्वपूर्ण निभाते हैं ब्रांड मैनेजर। इसलिए इन प्रोफेशनल की मार्केट में काफी डिमांड है। युवाओं के लिए यह एक बेहतरीन करियर ऑप्शन है।
जानें, ब्रांड मैनेजमेंट को
ब्रांड मैनेजर के बारे में जानने से पहले ब्रांड मैनेजमेंट के बारे में जानना जरूरी है। ब्रांड मैनेजमेंट में ग्राहकों की संतुष्टि, प्रोडक्ट की लागत और स्टोर प्रजेंटेशन जैसी सभी बातों का ध्यान रखा जाता है। हर कंपनी अपने प्रोडेक्ट को सफल बनाना चाहती है, इसलिए ब्रांड मैनेजमेंट सिस्टम डेवलप करने के लिए ब्रांड मैनेजर नियुक्त करती है। ये प्रोफेशनल प्रोडेक्ट को प्रभावित करने वाले विभिन्न पहलुओं पर काम करते हैं। ब्रांड मैनेजमेंट सिस्टम के तहत इकोनॉमी ब्रांडिंग, कॉर्पोरेट ब्रांडिंग, प्रीमियम ब्रांडिंग, फैमिली ब्रांडिंग, पर्सनल ब्रांडिंग जैसे कई सेक्टर हैं जो कंपनी के प्रोडक्ट को मार्केट में अलग पहचान दिलाने में मदद करते हैं।
ब्रांड मैनेजर के लिए कोर्स व योग्यता
ब्रांड मैनेजर बनने के लिए कोई स्पेशल कोर्स नहीं कराया जाता है। इसके लिए छात्र 12वीं के बाद बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, मैनेजमेंट स्टडीज में बैचलर की डिग्री हासिल कर ब्रांड मैनेजर बन सकते हैं। हालांकि इस फील्उ के लिए मार्केटिंग में एमबीए की डिग्री बेहतर मानी जाती है। कई इंस्टीट्यूट ब्रांड मैनेजमेंट में डिप्लोमा कोर्स भी ऑफर करते हैं. इसकी अवधि एक साल है।
ब्रांड मैनेजमेंट में करियर स्कोप
आजकल छोटी-बड़ी सभी कंपनियों में ब्रांड मैनेजर के पोस्ट होते हैं। अब यह बीते दिनों की बात हो गई, जब केवल एफएमसीजी कंपनियों में ही इनकी नियुक्ति होती थी। आज के समय में टॉफी बेचने वाली कंपनी से लेकर ऑटोमोबाइल कंपनी सबसे ज्यादा ब्रांडिंग का ख्याल रखती है। बाजार के बढ़ते कंपटीशन और प्रभावों के बीच इस फील्ड में हर साल ग्रोथ दिखाई देता है। युवा कोर्स पूरा करने के बाद एफएमसीजी कंपनियां, फैशन, इंटरटेनमेंट, मीडिया, फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा, रिटेल, हॉस्पिटेलिटी, टेलीकॉम, बैंकिंग जैसे लगभग हर सेक्टर में ब्रांड मैनेजर की जॉब हासिल कर सकते हैं।