- यमुना अथॉरिटी ने विश्वविद्यालय के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर दी 27.5 एकड़ जमीन
- शिक्षा जगत की नामचीन संस्थाएं कर रहीं उत्तर प्रदेश का रुख
- यूपी का शैक्षिक माहौल मदला तो संभवनाएं तलाश रहे संस्थान
नोएडा। एक तरफ देश विदेश की कंपनियां उत्तर प्रदेश का रुख कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ शैक्षित संस्थानों की भी पसंद बनता जा रहा है यूपी। यहां का शैक्षिक माहौल बदला है जिससे देशभर के प्रतिष्ठित संस्थान यहां आना चाहते हैं और अपना कैंपस बनाना चाहते हैं। जानकारी के अनुसार, मुंबई की प्रतिष्ठित नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी (Narsee Monjee University) नोएडा में अपना कैंपस बनाना चाहती है। नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यमुना औद्यौगिक विकास प्राधिकरण से अपना एक और विश्वविद्यालय कैंपस बनाने के लिए 53 एकड़ जमीन मांगी थी।
नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी के लिए जमीन आवंटित
प्रस्ताव पर विचार के बाद यमुना अथॉरिटी ने विश्वविद्यालय के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर 27.5 एकड़ जमीन का आवंटन कर दिया है। यह संस्थान 450 करोड़ का निवेश करेगा. इससे करीब 2000 लोगों को रोजगार मिलेगा। यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया पहले 53 एकड़ जमीन मांगी थी फिर कम जमीन के लिए आदेवन किया। प्राधिकरण की ओर से कार्रवाई करते हुए यूनिवर्सिटी कैंपस के लिए जमीन दे दी है।
नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी के प्रवर्तक संगठन विले पार्ले केलवानी मंडल की ओर से नोएडा में कैंपस बनाने का प्रस्ताव दिया गया था। उन्होंने बताया कि नर्सी मोंजी स्कूल से शुरू होकर यूनिवर्सिटी तक पहुंच गया है। 17 हजार से अधिक स्टूडेंट्स इसमें पढ़ाई कर रहे हैं। यह संस्था अभी मुंबई में कई कॉलेज और डीम्ड यूनिवर्सिटी का संचालन कर रही है। ऐसा पहली बार होगा जब नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी मुंबई से बाहर कदम रख रही है।
यूनिवर्सिटीज का हब होगा नोएडा
बता दें कि जनपद में गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी, शिव नादर यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, जेपी यूनिवर्सिटी और बैनेट यूनिवर्सिटी हैं। नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी कैंपस बनने के बाद इस संख्या में इजाफा होगा और नोएडा यूनिवर्सिटीज का हब होगा। नर्सी मोंजी गौतमबुद्ध नगर जिले में नौंवी यूनिवर्सिटी होगी। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) से नोएडा और ग्रेटर नोएडा को यूनिवर्सिटी सिटी का दर्जा हासिल है।