- पंजाब में विश्वविद्यालय और कॉलेज खोले जाने के बारे में फैसला 30 जून के बाद
- राज्य के विश्वविद्यालय प्रत्यक्ष या परोक्ष यूजीसी के अधीन
- कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं हो सकी परीक्षाएं
चंडीगढ़। विश्वविद्यालयों और कालेज में एग्जाम के बारे में पंजाब सरकार 30 जून के बाद कोई फैसला लेगी। बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार केंद्र के नए दिशानिर्देशों का इंतजार कर रही है। इसके बारे में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद फेसबुक लाइव के जरिए जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई भी फैसला केंद्र सरकार द्वारा ही लिया जाएगा क्योंकि पंजाब के सभी विश्वविद्यालय या कॉलेज सीधे या परोक्ष तौर पर यूजीसी से संबद्ध हैं।
30 जून के बाद ही परीक्षा के बारे में फैसला
पंजाब के सीएम से जब बिना परीक्षा छात्रों के सीधे प्रमोट करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला लेने का अधिकार राज्य सरकार को नहीं है। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में परीक्षा कराए जाने के संबंध में यूजीसी की तरफ से 1 जुलाई को किसी तरह की गाइडलाइंस जारी की जा सकती है। इसके साथ ही यह हो सकता है कि 1 जुलाई को ही केंद्र सरकार भी विश्वविद्यालय या कॉलेज को खोलने के बारे में कोई फैसला करे।
'चुनौतियों का सरकार समझ रही है'
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि वो इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं कि विश्वविद्यालयों और कॉलेज के बंद होने से छात्रों के सामने चुनौतियां है। लेकिन कोरोना संक्रमण इस समय सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि कॉलेजों के खोलने के बारे में जल्द ले जल्द कोई कदम उठाया जाए। लेकिन किसी छात्र की जान की हिफाजत भी हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। सरकार 30 जून तक हालात को देख रही है और परीक्षाओं के साथ साथ कॉलेज खोलने के बारे में कोई ठोस फैसला उसके बाद लिया जाएगा।