- रॉ में भर्ती के लिए नहीं है कोई डायरेक्ट भर्ती प्रक्रिया
- - एजेंसी गुप्त तरीकों से करती है कर्मचारियों की भर्ती
- एजेंसी में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों में ये योग्यता है जरूरी
Career in RAW: भारत के साथ पूरे विश्व का हर वो नागरिक जो पढ़ा लिखा व जागरूक है वो भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के बारे में जरूर जानता होगा। देश की रक्षा में इस संस्था का अपना अलग ही महत्व है। रॉ भारत की एक खुफिया एजेंसी है, जो देश से जुड़ी गुप्त जानकारी को लीक होने से रोकने के साथ विदेश से जानकारी हासिल करती है। कई युवाओं का यह ड्रीम है कि वे हर हाल में इस संस्था के साथ जुड़कर देश की सेवा करें। इसलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बता रहे हैं कि, आप रॉ के साथ कैसे जुड़ सकते हैं।
जानें, रॉ एजेंसी क्या और गठन कब हुआ
रिसर्च एनालिसिस विंग (रॉ) भारत की एक गुप्तचर संस्था है जिसका गठन भारत के पड़ोसी देशों पर निगरानी रखनें एवं देश की सुरक्षा से जुड़ी सभी खुफिया जानकारियों का पता लगाने के लिए किया गया है। रॉ खुफिया एजेंसी का मुख्यालय नई दिल्ली में है। रॉ का सिद्धांत “धर्मों रक्षति रक्षितः” है जिसका अर्थ है जो व्यक्ति धर्म की रक्षा करता है वह हमेशा सुरक्षित रहता है। इस खुफिया एजेंसी की तरह ही अभी तक रॉ का कानूनी दर्जा स्पष्ट नहीं है। साथ ही आप रॉ पर आरटीआर्ई भी दाखिल नहीं कर सकते, क्योंकि यह देश की सुरक्षा का सवाल है। रॉ अपनी रिपोर्ट सीधे प्रधानमंत्री को भेजती है। इस एजेंसी में शामिल होने वाले सभी एजेंट की जानकारी को गुप्त रखा जाता है। रॉ एजेंसी का कार्य मुख्य जानकारी इकट्ठा करना, आतंकवाद को रोकना और गुप्त ऑपरेशनों को अंजाम देना होता है।
जानें, कैसे बनें रॉ एजेंट
अगर आप रॉ एजेंट बनना चाहते है तो जान लें कि इस एजेंसी की न तो कोई वेबसाइट है और न ही डायरेक्ट भर्ती निकलती है। इसके लिए आप डिप्टी फील्ड ऑफिसर, कैबिनेट सचिवालय और भारत सरकार की तरफ से निकलने वाले फार्म को भर सकते है। इसके अलावा आप नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन और एसएससी की एग्जाम देकर भी इस एजेंसी में जा सकते हैं। वहीं सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को भी रिसर्च एनालिसिस विंग के लिए चुना जाता है। सिविल सर्विस का कोर्स खत्म होते ही रॉ की टीम कैंपस रिक्रूटमेंट के लिए इस संस्था में आती है और कुछ मनोवैज्ञानिक परीक्षण के बाद उम्मीदवार को दो साल की ट्रेनिंग के लिए रखा जाता है और परफॉरमेंस को जांचने के बाद उन्हें इसका हिस्सा बनाया जाता है।
डिफेंस सर्विस से भी होता है सिलेक्शन
RAW Career Opportunities: अगर आप डिफेंस सर्विस में हैं तो भी इस एजेंसी में जा सकते हैं। आप आर्म्ड फोर्सेज या सिविल सर्विस में कुछ साल नौकरी करने के बाद रॉ के लिए कोशिश कर सकते है। इसके अलावा आप इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के द्वारा भी रॉ में जा सकते है। आईबी से एसए या एसीआईओ के लिए सीधी भर्ती होती है। रॉ में भर्ती होने का कोई भी सीधा तरीका नहीं है। इसका सबसे सीधा और अच्छा तरीका यूपीएससी की परीक्षा क्लियर कर, आईपीएस या आईएफएस पद पर कार्यरत हो जाये। रॉ में आईपीएस या आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी ही नियुक्त किये जाते है।
भारत में रॉ एजेंट बनने के लिए योग्यता
रॉ एजेंसी में एजेंट बनने के लिए आप के पास ये योग्यता होनी जरूरी है।
- उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिये।
- उम्मीदवार का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक पास होना अनिवार्य है।
- आवेदक की अंग्रेजी भाषा में अच्छी पकड़ होनी चाहिये।
- उम्मीदवार को कंप्यूटर ऑपरेशन और कंप्यूटर भाषा का ज्ञान होना चाहिये।
- आवेदक का किसी भी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिये।
- उम्मीदवार को किसी भी तरह के नशे की आदत न हो।
- आवेदक अविवाहित होना चाहिये।
- उम्मीदवार शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिये।
रॉ एजेंट की ट्रेनिंग
सेलेक्ट होने के बाद शुरुआत में रॉ एजेंट को कुछ बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें विदेशी भाषा से लेकर कुछ खुफिया एजेंसी जैसे- आईएसआई, मोसाद, सीआईए आदि द्वारा चलाये गये प्रमुख अभियानों के बारे में बताया जाता है। इसके अलावा ट्रेनिंग में स्पेस टेक्नोलॉजी, कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, फाइनेंशियल एंड इकोनॉमिक इनफार्मेशन, एनर्जी सिक्योरिटी एंड साइंस इनफार्मेशन से अवगत कराया जाता है।