- REET 2021 में लेवल-1 के लिए 3,03,604 और लेवल-2 के लिए 7,73,612 अभ्यर्थी क्वॉलीफाई हुए हैं।
- BSTC अभ्यर्थियों ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपील की है कि भर्ती प्रक्रिया से बीएड के अभ्यर्थियों को बाहर किया जाए
- हाई कोर्ट के फैसले के बाद भर्ती की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है।
नई दिल्ली: REET 2021 के रिजल्ट आने के बाद भी भर्ती की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। इसकी वजह BED और BSTC उम्मीदवारों को लेकर भर्ती प्रक्रिया का विवाद है। जिसकी वजह से आगे की प्रक्रिया रूक गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बीच 22 नवंबर को जोधपुर हाई कोर्ट में अहम सुनवाई है। अगर हाई कोर्ट कोई फैसला देता है, तो उसके आधार पर भर्ती की प्रक्रिया का रास्ता साफ हो सकता है। जिसके बाद 31 हजार पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
क्या है विवाद
असल में यह मामला REET 2021 के लेवल-1 में बीएड अभ्यर्थियों को मौका देने का है। जिसके खिलाफ BSTC अभ्यर्थियों ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी है। उनका कहना है कि भर्ती प्रक्रिया से बीएड अभ्यर्थियों को बाहर किया जाए। असल में शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिफिकेशन में पहले लेवल-1 में सिर्फ बीएसटीसी वालों को ही पात्र माना गया था। लेकिन बीएड उम्मीदवार हाईकोर्ट पहुंच गए। उनकी मांग को जायज ठहराते हुए उन्हें रीट में शामिल होने का कोर्ट ने आदेश दे दिया था।
अशोक गहलोत सरकार का नया फैसला
इस बीच राजस्थान सरकार ने रीट परीक्षा-2021 (Rajasthan Eligibility Examination for Teacher) पास कर चुके बीएड के अध्ययनरत विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है। इसके तहत प्रदेश में बीएड के अध्ययनरत विद्यार्थियों को अध्यापक भर्ती-2021 में आवेदन के अवसर देने का फैसला किया है। कोविड-19 के कारण बीएड में अध्ययनरत अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम रीट-2021 के परीक्षा परिणाम से पूर्व घोषित नहीं हो पाया है। इन छात्रों की मांग थी कि इन्हें रीट की पात्रता का मौका दिया जाएगा। इस निर्णय से बड़ी संख्या में बीएड में अध्ययनरत अभ्यर्थी अध्यापक सीधी भर्ती के पात्र हो सकेंगे। रीट 2021 का रिजल्ट 2 नवंबर को जारी किया था । और 11,04,216 अभ्यर्थियों ने क्वॉलिफाई किया था। जिसमें लेवल-1 के लिए 3,03,604 व लेवल-2 के लिए 7,73,612 अभ्यर्थी क्वॉलीफाई हुए थे।
नियुक्ति के बाद इतनी मिलेगी सैलरी
REET में तीन ग्रेड में शिक्षक होते है। पहली नियुक्ति ग्रेड-3 के तहत होती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके तहत बेसिक और ग्रेड-पे मिलाकर 23 हजार से ज्यादा वेतन मिलता है। इसी तरह ग्रेड-2 के शिक्षकों को 37500 से ज्यादा और ग्रेड-1 के शिक्षकों को 44300 रुपये से वेतन मिलता है। यह पे-स्ट्रक्चर मौजूदा वेतनमान के आधार पर है।