- यूपीएससी के तीनों स्टेज में मेन्स का एग्जाम सबसे महत्वपूर्ण होता है।
- मेन्स में सबसे जरूरी होता है कि किस तरह से आप सवालों का जवाब दे रहे हैं।
- मेन्स के एग्जाम में कुल 9 पेपर होते हैं। इसमें जनरल स्टडीज(जीएस) के चार पेपर होते हैं।
नई दिल्ली. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के प्रीलिम्स की परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है। प्रीलिम्स में कुल 11,845 कैंडिडेट्स ने मेन्स के लिए क्वालिफाई किया है। यूपीएससी के तीनों स्टेज में मेन्स का एग्जाम सबसे महत्वपूर्ण होता है। मेन्स सब्जेक्टिव होता है ऐसे में इसमें सबसे जरूरी होता है कि किस तरह से आप सवालों का जवाब दे रहे हैं।
मेन्स के एग्जाम में कुल 9 पेपर होते हैं। इसमें जनरल स्टडीज(जीएस) के चार पेपर होते हैं। इसके अलावा निबंध, अंग्रेजी और रीजनल भाषा का एग्जाम होता है। सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 261 रैंक हासिल करने वाले सैय्यद रियाज ने कुछ टिप्स दी है।
दिल्ली नॉलेज ट्रैक से बातचीत में सैयद ने बताया कि जीएस का जिस तरह का पैटर्न है उसमें 70 फीसदी मार्क्स आपके कंटेंट पर निर्भर करते हैं। वहीं, 30 फीसदी मार्क्स आपके प्रेजेंटेशन पर निर्भर करते हैं। ऐसे में मेन्स में अच्छे मार्क्स लाना मुश्किल टास्क नहीं है।
प्वाइंट फॉर्मेट से मिलेगा फायदा
सैयद के मुताबिक आंसर राइटिंग में पैराग्राफ से ज्यादा प्वाइंट में लिखना फायदेमंद है। इसके अलावा आप डाइग्राम पैटर्न का भी इस्तेमाल कर सकते है। इसमें वेन डाइग्राम और फ्लो चार्ट एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
सैयद के मुताबिक आपको मेन्स से पहले आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करनी होगी। अगर आप ये सोचते हैं कि मैं केवल एग्जाम के दिन ही लिखूंगा तो ये कभी संभव नहीं हो सकता है। सैयद के मुताबिक हम चार लोग करेंट अफेयर्स के 100 टॉपिक निकालते थे और चारों 25 मार्क्स के सवाल हल करते थे।
इन चार चीजों का रखे ध्यान
सैयद के मुताबिक आंसर राइटिंग के वक्त चार चीजों का जरूर ध्यान रखें। इनमें सबसे पहला है कंटेंट। इसके बाद रणनीति और आपकी स्पीड। वहीं, आखिर में आपका कॉन्फिडेंस। ऐसे में आप एग्जाम से पहले दो टेस्ट सीरीज जरूर सॉल्व करें।
सैयद के मुताबिक आप प्रीलिम्स के बाद से ही तय कर लें कि आपको कौन सा पेन इस्तेमाल करना है। इसे ही आप टेस्ट सीरीज और फाइनल एग्जाम में इस्तेमाल करें। एग्जाम से पहले दूसरा पेन नहीं खरीदें।