- यूपीएससी परीक्षा की एक और सफल कहानी, कैसी काजल ज्वाला बनीं आईएएस अफसर
- जिम्मेदारियों और मुश्किलों को नहीं बनाया बहाना, अच्छी नौकरी होते हुए मनपसंद लक्ष्य किया हासिल
- कोचिंग के सहारे ना रहते हुए कर दिया कमाल, हासिल की 28वीं रैंक
नई दिल्लीः इन दिनों कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण लोग घरों में बंद हैं और सारा कामकाज रुका हुआ है। ऐसे में उत्साहित रहते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा जरूरी होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए परीक्षाओं से संबंधित सफल कहानियां लाते रहते हैं जो ये दर्शाती हैं कि मुश्किल चाहे जैसी भी हो, रास्ता जरूर निकलता है और मेहनत जरूर रंग लाती है। आज हम आपको UPSC में 28वीं रैंक हासिल कर चुकी काजल ज्वाला के बारे में बता रहे हैं।
काजल ज्वाला हरियाणा के शामली से ताल्लुक रखती हैं। मथुरा से इलेक्ट्रोनिक कम्युनिकेशन में बीटेक किया और फिर देश की बड़ी व प्रतिष्ठित कंपनी में काम करने लगीं। उन्होंने IAS की परीक्षा पांचवीं बार में पास कर ली और 28वीं रैंक हासिल की।
बड़ी कंपनी में करती थीं काम, अच्छा खासा था पैकेज
सिविल सर्विस की परीक्षा में 28वीं रैंक हासिल करने वाली काजल ने उससे पहले 9 साल मल्टी नेशनल कंपनी में जॉब की थी। काजल का सालाना पैकेज 23 लाख रुपए का था। लेकिन काजल का असल सपना आईएएस परीक्षा पास करके देश की सेवा करने का था। नौकरी और शादी-शुदा जीवन में तालमेल बनाना आसान नहीं होता लेकिन काजल ने सभी चीजें संभालते हुए परीक्षा की तैयारी जारी रखी थी।
रोहतक के आशीष से हुई शादी
साल 2016 में काजल को अपना जीवनसाथी मिला। उनके पति आशीष मलिक भी हरियाणा से हैं। वो रोहतक से ताल्लुक रखते हैं। आशीष दिल्ली में अमेरिकी एंबेसी में कार्यरत थे। काजल ने अपनी सफलता में पिता के साथ-साथ अपने पति की भूमिका को भी अहम बताया। परिवार के सदस्यों का साथ मिलना ही वो वजह रही कि नौकरी और शादी के साथ-साथ वो कठिन सिविल सर्विस परीक्षा की खुद से तैयारी करने में सफल हुईं।
लगातार मिल रही असफलता ही बना सफलता का मंत्र
काजल ज्वाला के मुताबिक आईएएस के Pre-Exam में लगातार मिल रही असफलताएं ही उनके लिए सफलता का मंत्र बन गया। इन असफलताओं ने उनका हौसला तोड़ा नहीं बल्कि इससे उनके जज्बे में इजाफा हुआ और हौंसला बढ़ा गया। काजल ने जागरण जोश से हुई एक बातचीत में बताया था कि उनके लिए वक्त की कमी सबसे बड़ी चुनौती थी। लेकिन उनको खुद पर भरोसा था इसलिए कोचिंग का सहारा ना लेते हुए खुद से पढ़ाई करने का फैसला लिया और ऐसा करने के बावजूद 28वीं रैंक हासिल करने में सफलता हासिल की।
इस तरह की परीक्षा की तैयारी
सिविल की परीक्षा से काजल ने जो अनुभव हासिल किया, उसके बारे में भी उन्होंने बताया। उन्होंने अपनी तैयारी के बारे में बताया कि यूपीएससी का सिलेबस किसी सागर की तरह होता है। अगर आपको अपडेटेड रहना है तो जरूरी है कि आप रोजाना न्यूजपेपर पढ़ें। काजल के मुताबिक इससे आपको विचार बनाने में काफी मदद मिलती है। उनका कहना है कि इस परीक्षा को निकालने के लिए हर चरण में अलग प्रकार की रणनीति बनानी होती है। काजल के मुताबिक यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा सूचना व जानकारी होनी चाहिए। मेन्स में हर टॉपिक का जरूरी ज्ञान होना चाहिए।
इंटरव्यू में रखें इन बातों का ध्यान
इंटरव्यू में ये सुनश्चित करना होता है कि आप सवाल के बारे में काफी सोच-समझकर जवाब दें। वहीं, संवेदनशील मुद्दों पर आपको न्यूट्रल रहना होता है। काजल ने जिस तरह पॉजिटिव रहते हुए तमाम जिम्मेदारियों के बीच यूपीएससी में सफलता हासिल की, वो एक मिसाल है। उम्मीद है कि परीक्षा की तैयारी में जुटे लोग उनकी कहानी से काफी कुछ सीख सकेंगे।