- कारोबारी को लूटने वाले तीन लुटेरे गिरफ्तार
- तीनों आरोपियों की जेल में हुई थी जान पहचान
- पूछताछ के लिए आरोपियों को लिया रिमांड पर
Gurugram Crime: पुलिस की वर्दी पहनकर दिल्ली के दो कारोबारियों को बंधक बनाकर लूट करने के चार में से तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों को सेक्टर-40 थाना पुलिस ने शहर के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया। आरापियों की पहचान सिरसा निवासी जसविद्र, नवीन, दिल्ली के जौहरीपुरी निवासी आवेश के रूप में की गई। पुलिस ने कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए मुख्य आरोपी जसविद्र को सात दिन के लिए और आवेश, नवीन को चार-चार दिन के लिए रिमांड पर लिया।
पुलिस के अनुसार, अलीगढ़ के रहने वाले कारोबरी अपने पार्टनर के साथ मिलकर दिल्ली के जौहरीपुर इलाके में रहकर कंप्यूटर का कारोबार करते हैं। इन आरोपियों ने फोन कर लूट के शिकार कारोबारियों से 150 रैम और 150 प्रोसेसर मंगाए थे। जब ये दोनों हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद बलविंदर व तीन अन्य आरोपियों ने मिलकर दोनों कारोबारियों को बंधक बना लिया और करीब दो लाख रुपये कीमत के रैम व प्रोसेसर लूट लिया। आरोपियों ने विरोध करने पर मारपीट भी की थी। इसमें से एक आरोपी पुलिस की वर्दी में था।
डेढ़ हजार में खरीदी थी पुलिस की वर्दी
गुरुग्राम पुलिस ने बताया कि, शिकायत मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की और मुख्य आरोपी जसविद्र को सिरसा से तथा आवेश और नवीन को दिल्ली के नेहरू प्लेस से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के उनके कब्जे से वारदात में प्रयोग कार, 11,500 रुपये और 30 सीपीयू बरामद किए गए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, आरोपी जसविद्र टैक्सी चलाता है और यह हनी ट्रैप के एक मामले में राजस्थान के जेल में बंद रह चुका है। वहीं आरोपी आवेश और नवीन दिल्ली में कंप्यूटर का सामान बेचने और खरीदने की दुकान चलाते हैं। ये दोनों भी जेनरेटर चोरी के एक मामले में राजस्थान के उसी जेल में बंद थे जहां पर जसविंद्र। यहां पर तीनों की आपस में जान-पहचान हुई थी। आरोपियों ने बताया कि, लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली के जीटीबी नगर से दिल्ली पुलिस की वर्दी डेढ़ हजार रुपये में खरीदी थी। लूट में मिले माल को आरोपितों ने आगरा में एक लाख 80 हजार रुपयों में बेच दिया था। सहायक पुलिस आयुक्त अमन यादव ने बताया कि, रिमांड के दौरान आरोपितों से उनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ दूसरे मामलों में संलिप्तता की भी पूछताछ की जाएगी।