- अस्पताल के स्थित अल्ट्रासाउंड सेंटर में होता था लिंग जांच
- आरोपी लिंग जांच के लिए लोगों से लेते थे 70 से 80 हजार रुपये
- स्वास्थ्य विभाग ने ट्रैप लगाकर डॉक्टर समेत तीन लोगों को किया गिरफ्तार
Gurugram News: गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग ने अल्ट्रासाउंड सेंटर की आड़ में लिंग जांच करने करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ करते हुए डॉक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों से 70 से 80 हजार रुपये लेकर लिंग जांच करने का कार्य करता था। स्वास्थ्य विभाग ने अल्ट्रासाउंड सेंटर से सभी रिकॉर्ड को जब्त करते हुए मशीन को सील कर दिया। इस संबंध में पटौदी थाने में मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस के अनुसार इस गिरोह के अभी तीन बदमाश फरार हैं, जिन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास चल रहा है।
इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए गुरुग्राम के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि फर्रुखनगर और पटौदी इलाके में स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लिंग जांच की जाती है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक गर्भवती महिला को बोगस ग्राहक बनाकर इस सेंटर पर लिंग जांच कराने भेजा। आरोपियों द्वारा इसके लिए 70 हजार रुपये मांगे गए। टीम ने एक आरोपी के खाते में 25 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिए।
ऐसे दे रहे थे अवैध धंधे को अंजाम
डिप्टी सिविल सर्जन ने बताया कि इसके कुछ दिन बाद आरोपियों को 45 हजार रुपये नकद दिए गए। पैसे मिलने के बाद महिला को याकुबपुर झज्जर बुलाया गया और वहां से डॉ. बलराम नामक युवक बाइक से आया। वह महिला को पटौदी के हेलीमंडी की तरफ लेकर चलने लगा। आरोपी बलराम के साथ एक अन्य बाइक पर दो युवक अभिमन्यु और महेश भी चल रहे थे। ये आरोपी महिला को पटौदी के नागरिक अस्पताल के सामने अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लेकर पहुंचे। यहां पर जैसे ही महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग जांच शुरू हुई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच कर रहे डॉ. पुनीत, महेश और अभिमन्यु को दबोच लिया। डॉ. पुनीत द्वारा किए गए अल्ट्रासाउंड की पर्ची से पता चला कि आरोपियों द्वारा फर्जी नाम के साथ दस्तावेज तैयार किए गए थे। विभाग की जांच में सेंटर के रिकॉर्ड में भी कई खामियां मिलीं। उनके द्वारा एफ-फार्म भी सही से नहीं भरा गया था। साथ ही दस जून के बाद का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। आरोपी डॉ. बलराम सहित तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।