चीन में तैयार हो रही कोविड-19 वैक्सीन इस साल के आखिर तक बाजार आम लोगों तक पहुंचने की उम्मीद है चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि साल के अंत तक ये वैक्सीन आ सकती है,पीपल्स डेली की रिपोर्ट के अनुसार चीन की वैक्सीन Ad5-nCoV को पेटेंट मिल गया है। इस वैक्सीन को कैनसिनो बायोलॉजिक्स के सहयोग से बनाया गया है।
इसे Ad5-nCOV नाम दिया गया, एडेनो वायरस को आधार स्वरूप लेकर वैक्सीन बनाई गई है, इस वैक्सीन को चीनी कंपनी कैनसिनो बायोलॉजिक्स ने चीन के एकेडमी ऑफ मिलिट्री मेडिकल साइंसेस के साथ मिलकर तैयार किया है।
नेशनल फार्मास्यूटिक ग्रुप (शिनोफार्म) के ग्रुप चेयरपर्सन लियू जिंगझेन के हवाले से जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक उन्होंने कहा- तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल और आवश्यक मार्केटिंग की प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी करने के बाद एक यूनिट वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर देगी। चीन के नेशनल इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी प्रशासन की वेबसाइट पर प्रकाशित एक दस्तावेज में दावा किया गया है कि महामारी फैलने पर इस वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा सकता है
कैनसिनो बायोलॉजिक्स ने कहा है कि पेटेंट मिलने से साबित होता है कि वैक्सीन प्रभावी और सुरक्षित है, 11 अगस्त को ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी वैक्सीन 'Sputnik-V' का पंजीकरण होने की घोषणा की थी।
भारत में तीन वैक्सीन का अलग-अलग चरणों में ट्रायल चल रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए कहा कि महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में तीन टीकों पर काम चल रहा है। ये वैक्सीन्स इस समय टेस्टिंग के चरण में हैं। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि हर भारतीय को ये वैक्सीन मिले और इसके उत्पादन की भी तैयारी है। पीएम मोदी ने कहा, 'आज भारत में कोराना की एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन्स इस समय टेस्टिंग के चरण में हैं। जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश की तैयारी उन वैक्सीन्स की बड़े पैमाने पर उत्पादन की भी तैयारी है। भारतीयों के बीच इसके वितरण का भी रोड मैप तैयार है। सरकार सुनिश्चित करेगी कि हर भारतीय को कोरोनो वायरस के खिलाफ वैक्सीन मिले।'
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने आइसीएमआर के साथ मिलकर स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन कोवाक्सिन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया है। वही अहमदाबाद स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी जायडस कैडिला वैक्सीन जायकोव-डी का भी ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल जारी है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रा जेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन के लिए भारत में परीक्षण शुरू करने के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की अनुमति ली है।