- चिलगोजा एनिमिया की बीमारी दूर करता है
- चिलोगाजा मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है
- डिप्रेशन और स्ट्रेस से चिलगोजा लड़ता है
ड्राई फ्रूटस की जब बात आती है तो लोग बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता आदि को ही याद करते हैं, लेकिन चिलगोजे का नाम नहीं आता। जबकि चिलगोजे में अन्य नट्स की तुलना में बहुत ज्यादा पोषक तत्व होते हैं और इसके फायदे भी ज्यादा हैं। विटामिन A, E, B1, B2, C के साथ ही ये कॉपर, मैग्नीशियम, जिंक, मैग्नीज, कैल्शियम और आयरन से भरा होता है। यही कारण है कि इसे पोषक तत्वों का पावर हाउस भी कहा जाता है। इसे खाने से शरीर में विटामिन और मिनिरल्स की कमी तो दूर होती ही है साथ ही ये कई रोगों के इलाज में भी बहुत काम आता है।
रोज खाएं चिलगोज, मिलेंगे ये फायदे
एनिमिया में फायदेमंद
चिलगोजा में आयरन और जिंक होता है। ये सीधे बॉडी में अवशोषित हो जाता है। इससे हीमोग्लोबिन बढ़ता है। पांच से ज्यादा चिलगोजा बच्चों को न दें।
स्ट्रेस और डिप्रेशन को करता है दूर
चिलगोजा में एंटीऑक्सिडेंट काफी होता है और ये न्यूरो से जुड़ी समस्या के साथ ही स्ट्रेस और डिप्रेशन से भी लड़ता है। इसके लिए चिलगोजा खाकर नींबू-पानी जरूर पीएं।
वेट लॉस के लिए अच्छा
चिलगोजा मेटाबॉलिज्म को एक्टिवेट करता है, जिससे वेट कम करने में आसानी होती है। इसलिए खाली पेट 5 चिलगोजे खाकर नींबू-पानी पीएं।
बढ़ाता है हाइट
रोज 2 से 3 चिलगोजा बच्चों को जरूर खिलाएं। इसमें मौजूद कैल्शियम, बोन की लैंथ बढ़ाने में मददगार होता है। चिलगोजा को दूध के साथ दें।
दिमाग करता है तेज
चिलगोजा दिमाग के लिए टॉनिक का काम करता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन बी-1 मेमोरी को शार्प बनाता है।
एलर्जी को करता है दूर
जिन लोगों को धूल या प्रदूषण से एलर्जी होती है उन्हें चिलगोजा को शहद के साथ खाना चाहिए। इससे एलर्जी के कारण आने वाली लगातार छींक और खांसी से राहत मिलती है।
चिलगोजा छिलका सहित खरीदें और चिलगोजे को हाथ से ही छीलकर खाएं। छीलने के चाकू का प्रयोग न करें। इसे खाली पेट नहीं खाना चाहिए। इसे भूनकर या सब्जी में डालकर भी खा सकते हैं।