- करवाचौथ का व्रत करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें
- निर्जला व्रत करना मां और शिशु दोनों के लिए है खतरनाक
- फलहार के साथ व्रत करना मुमकिन हो सकता है
अगर आप करवाचौथ के व्रत को लेकर इसलिए संशय में हैं क्योंकि आप प्रेग्नेंट हैं तो आपको यह जान लेना जरूरी है कि आपको ये व्रत रखना भी चाहिए या नहीं। क्योंकि इस व्रत में करीब 14 से 15 घंटे तक कुछ खाना नहीं नहीं, पानी भी नहीं पीना होता है। ऐसे में एक प्रेग्नेंट लेडी के लिए इतना लंबे समय भूखा रहना क्या सुरक्षित हो सकता है?
ये व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है और इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और व्रत पूजा के साथ चांद के निकलने का बेसब्री से इंतजार करती हैं। चांद निकलने के बाद ही ये पूजा पूरी होती है। ऐसे में सूर्योदय के साथ शुरू हुआ ये व्रत चांद निकलने तक कायम रहता है। इसलिए ये व्रत प्रेग्नेंसी में कितना सुरक्षित होगा यह जान लेना बहुत जरूरी है।
व्रत रखना नहीं होगा सुरक्षित
करवाचौथ के व्रत में पूरे दिन निर्जला व्रत रखना होता है। ऐसे में एक प्रेग्नेंट लेडी के लिए ये व्रत रखना न केवल अपने लिए बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी कई खतरे पैदाकर सकता है। व्रत से शरीर पर तनाव बढ़ सकता है। प्रेग्नेंसी में आम सामान्य व्रत तो कर सकती हैं, जिसमें फलहार खाने पीने की अनुमति हो लेकिन करवाचौथ का व्रत रखना सही नहीं होगा।
प्रेग्नेंसी में हाइड्रेट रहना होता है जरूरी
प्रेग्नेंसी में शरीर में डिहाइड्रेशन होने पर शिशु को जान का खतरा हो सकता है। इसलिए व्रत वही किया जा सकता है जिसमें पानी या फलहार खाया जा सकता है। खुद को स्वस्थ और हाइड्रेटेड रखने के लिए प्यास लगने से पहले पानी पीना आवश्यक होता है और करवाचौथ में यह संभव नहीं है।
बल्ड शुगर का बिगड़ सकता है संतुलन
प्रेग्नेंसी में ही नहीं आम लोगों को भी यदि लंबे समय तक बिना खाए पीए रहना पड़े तो उनका ब्लड शुगर का संतुलन बिगड़ सकता है। खास कर प्रेग्नेंसी में खानपान को लेकिर बेहद सतर्क रहने की जरूरत होती है। ऐसे में लंबे समय तक उपवास आपके ब्लड शुगर के संतुलन को बिगाड़ने का काम कर सकता है। ब्लड शुगर को बनाए रखने के लिए दिन में कई भोजन और नाश्ते की आवश्यकता होती है।
बिगड़ सकता है हार्मोन का संतुलन
प्रेग्नेंसी में व्रत करने की बड़ी समस्या ये है कि सही मात्रा में न तो शरीर को कैलोरी मिलेगी न शरीर हाइड्रेट होगा। जबकि प्रेग्नेंसी में आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा कैलोरी की जरूरत होती है। ऐसे में करवाचौथ का व्रत करना सही निर्णय नहीं होगा। इतना ही नहीं व्रत से पहले और बाद में पर्याप्त कैलोरी नहीं मिलना महिलाओं के हार्मोन का संतुलन भी बिगड़ सकता है और ये मेटाबॉलिक रेट भी बिगड़ सकता है।
व्रत रखना ही पड़े तो रखें इस बात का ध्यान
यदि आप प्रेग्नेंसी में व्रत नहीं छोड़ पा रही तो आपको बेहद सावधान रहना चाहिए। आपके सिस्टम को रिबूट करने के जरूरी है कि आप ज्यादातर समय नींद ले या लेटी रहें। हालांकि कोशिश करें कि व्रत में आप लिक्विड डाइट ले सकें। डॉक्टर के संपर्क में जरूर रहे और सलाह लें।
महत्वपूर्ण यह है कि करवाचौथ का व्रत पर अपने साथ शिशु की सेहत का खास ध्यान रखते हुए व्रत को न करें।