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Kalonji ke tel fayde: कलौंजी के तेल में है कई गुण, वेट से लेकर गठियां दर्द सब होगा दूर

Updated Dec 03, 2019 | 06:22 IST | Ritu

कलौंजी का तेल (kalonji oil) सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद (Benefits) होता है। डायबिटीज (Diabetes), माइग्रेन (Migraine) और गठिया (arthritis) जैसी कई बीमारियों में ये तेल रामबाण की तरह काम करता है।

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तस्वीर साभार:&nbspGetty Images
nigella oil
मुख्य बातें
  • सूजन को कम करने में कलौंजी का तेल बहुत फायदेमंद है
  • उच्च रक्तचाप में कलौंजी के तेल का सेवन करना चाहिए
  • अस्थमा में कलौंजी के तेल को पानी में डाल कर स्टीम लें

कलौंजी दरअसल प्याज का बीज होता है। इस बीज का प्रयोग खाने में भी किया जाता है और अषौधिय के रूप में भी। कलौंजी का बीज कई बीमारियों में दवा की तरह काम करता है। कलौंजी के तेल में थाइमोक्विनोन होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरा होता है। ये शरीर के अंदर ही नहीं स्किन पर होने वाली सूजन को भी कम करने वाला होता है।

अस्थमा, गठिया, उच्च रक्तचाप और माइग्रेन जैसी कई असाध्य बीमारियों में ये तेल बहुत काम आता है। यदि नियमित रूप से इस तेल का इस्तेमाल किया जाए तो कई बीमारियां होने ही नहीं पाती हैं। गर्म प्रकृति का होने के कारण ये शीत रोगों में भी लाभदायक होता है।

 

इन बीमारियों में कलौंजी का तेल आता है बहुत काम

अस्थमा

रोगी लें इस तेल का स्टीम यदि आपको अस्थमा या एलर्जी कि शिकायत हो तो आपको अपनी छाती और पीठ पर इस तेल को गुनगुना कर मालिश करनी चाहिए। साथ ही पानी में इसकी कुछ बूंदे डाल कर स्टीम भी लेना चाहिए। ऐसा रोज करें तो आपको इन बीमारियों से काफी राहत मिलेगी।

गठिया और जोड़ों में करें मालिश

यदि आपको जोड़ों क दर्द हो या गठिया कि शिकायत तो आपको एक चम्मच कलौंजी के तेल पीना भी चाहिए और इस तेल की मालिश भी करनी चाहिए। इससे जोड़ों की सूजन भी दूर होगी और दर्द से आराम भी मिलेगा।

सिरदर्द-माइग्रेन से मिलेगी राहत

यदि आपको माइग्रेन या सिर दर्द की शिकायत रहती हो तो आपको कलौंजी तेल का मसाज करना बहुत फायदा देगा। साथ ही आपको इस तेल का सेवन भी करना चाहिए। इसके लिए आप इस तेल को आधा चम्मच दिन में दो बार पीना होगा। यदि आप रोज कलौंजी का तेल लेना शुरू कर देंगे तो आपको इससे यह समस्या दूर हो जाएगी।

उच्च रक्तचाप में फायदेमंद

कलौंजी के तेल में उच्च रक्तचाप को कम करने का भी गुण होता है। इस तेल या सीड के अर्क को दो महीने तक लेने भर से उच्च रक्तचाप समान्य स्थिति में आने लगता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने में भी कारगर यदि आप डायबिटीज के रोगी हैं तो आपको एक कप कलौंजी के बीज, एक कप राई, आधा कप अनार के छिलके को पीस कर चूर्ण बना कर रख लेना चाहिए और रोज इस चूर्ण को आधे चम्मच कलौंजी के तेल के साथ नाश्ते से पहले लेना चाहिए।

वेट कम करने में भी बहुत फायदेमंद है

वेट कम करने के लिए आपको आधा चम्‍मच कलौंजी के तेल और 2 चम्‍मच शहद को गुनगुने पानी के साथ दिन में कम से कम तीन बार लेना चाहिए। इससे आपको कुछ ही दिनों में फर्क दिखने लगेगा।।

तो यदि आप स्वस्थ और निरोगी रहना चाहते हैं तो कलौंजी के तेल का प्रयोग करना शुरू कर दें। हालांकि तेल का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर सलाह ले लें।