करवा चौथ उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मनाया जाने वाला सबसे लोकप्रिय त्योहार है। हालांकि, अब यह पूरे भारत में यहां तक कि विश्व में जहां भी सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं वहां यह पर्व बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने में मनाया जाता है।
इस दिन विवाहित महिलाएं पूरे दिन भूखी प्यासी रहकर रात को चंद्रमा के दर्शन करके अपने पति के हाथों पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं। इस एक दिवसीय त्योहार की शुरुआत सुबह की पूजा के बाद सरगी खाकर होती है।
Karwa Chauth Vrat Morning Food
सरगी करवा चौथ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक पारंपरिक करवा चौथ का सुबह का भोजन है जो महिलाओं को उनके सास द्वारा दिया जाता है। सुबह-सुबह भोर में ही इसे खाकर महिलाएं पूरा दिन बिना कुछ खाए बिना कुछ पिए रहती हैं।
सरगी को बहुत ध्यान पूर्वक तैयार किया जाना चाहिए इसके अंदर संतुलित आहार जैसे फल, सूखे मेवे, पानी और हेल्दी फूड को रखना चाहिए। सुबह एक अच्छी सरगी खाकर ही आप पूरा दिन आसानी से व्रत रख सकती हैं।
How to open Karwa Chauth fast in healthy way
करवा चौथ उपवास खोलते वक्त इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अगर आपने व्रत की प्रक्रिया को ठीक ढंग से नहीं किया तो आपको परेशानी हो सकती है। हालांकि, कुछ युक्तियों से आप सामान्य दिक्कतों जैसे थकान, कमजोरी से बच सकते हैं।
1. सरगी में ड्राई फ्रूट शामिल करें
ड्राई फ्रूट्स को हाई एनर्जी और उनके हेल्दी प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है। अपना उपवास खोलते समय आप इन सब चीजों को खा सकते हैं। आप सूखे मेवे जैसे अंजीर भीगे हुए बादाम और खजूर खा सकते हैं।
2. तरल पदार्थ जरूर लेना चाहिए
उपवास खोलने के बाद शरीर को सबसे पहले हाइड्रेट करना होता है इसके लिए आपको तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए जैसे जूस, पानी इत्यादि।
3. तले हुए भोजन से परहेज करें
उपवास खोलते समय कभी भी अधिक तेल में बनी हुई चीज नहीं खानी चाहिए ना ही फ्राइड चीजों से अपना उपवास खोलें। ज्यादा मसालेदार खाना भी खाने से बचना चाहिए। यह सब चीजें आपके अंदर एसिडिटी की समस्या उत्पन्न कर सकती हैं।
4. बाहर की मिठाई खाने से बचें
व्रत खोलते समय अगर कुछ मीठा खाना अनिवार्य है तो हमेशा घर में बनाई जाने वाली मिठाई खाना चाहिए। व्रत खोलते समय बाहर की मिठाई खाने से परहेज करना चाहिए।
5. कॉफी या चाय लेने से बचें
उपवास के तुरंत बाद कॉफी या चाय का सेवन करने से बचना चाहिए। यह आपके अंदर एसिडिटी बढ़ा सकते हैं। इसके बदले बल्कि आपको नारियल पानी, छाछ, ताजी सब्जियों/फलों का जूस या ठंडा दूध पीना चाहिए।
अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं तो उपवास रखने से पहले अपने डॉक्टर से इसकी सलाह जरूर लें। परंपराओं की अपेक्षा अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सबसे अधिक महत्व दिया जाना चाहिए।