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इन बीमारियों में अमृत का काम करता है महुआ, डायबिटीज से लेकर पाइल्‍स और गठिया तक करता है ठीक

Updated May 21, 2019 | 12:32 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

महुआ खाने में ही नहीं कई बीमारियों के इलाज में भी बहुत काम आता है। महुआ के पेड़ की छाल से लेकर उसके पत्ते, बीज और जड़ औषधिय गुणों से भरे होते हैं। डायबिटीज और गठिया जैसी गंभीर बीमारियां इससे दूर हो जाती हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspInstagram
Mahua

महुआ के फूल से कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं। मार्च-अप्रैल के महीने में महुआ का पेड़ इन खूबसूरत फूलों से लदा रहता है। इन बीजों को सुखा कर लोग अपने घरों में इससे रोटी, पुए और हलवे जैसी चीजें बनाते हैं। खाने में ये जितना टेस्टी होता है उतना ही ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। खास बात ये हैं महुआ बहुत लंबे समय तक सुखा कर स्टोर किया जा सकता है। 

एक बार जब ये सूख जाता है तो सालों इसका प्रयोग किया जा सकता है। महुआ में कार्बोहाइड्रेट, फैट, और प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस आयरन, कैरोटीन और विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इतने पोषक तत्वों से भरे होने के कारण इसे खाने के बहुत से फायदे होते हैं। आइए जाने की सेहत के लिए महुआ का कौन सा पार्ट किस रोग के लिए फायदेमंद हैं।

हर तरह की बीमारी से छुटकारा दिलाता है महुआ, जानें इसके फायदे

कफनाशक होता है महुआ का फूल
महुआ का फूल कफनाशक होता है। इसे किसी भी रूप में खाया जाए तो ये जुकाम और कफ से बचाता है। इतना ही नहीं जिन्हें ब्रोंकाइटिस या लंग्स में कफ जमने की दिक्कत हो वह महुआ की छाल का काढ़ा जरूर पीएं। साथ ही महुए को किसी न किसी रूप में आहार में शामिल करें।

पेट के कीड़े मारने वाला
बच्चों को अक्सर पेट में कीड़े हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें महुए की छाल का काढ़ा दें और महुए की रोटी ही खिलाया करें। साथ ही पेट की अन्य समस्याओं को भी दूर करता है। जैसे दस्त या अपच आदि में छाल का रस पीएं। इसके रस से अल्सर भी सही हो जाता है।

डायबिटीज में होता है अमृत
डायबिटीज में महुए की छाल अमृत की तरह काम करती है। हालांकि महुआ के फूल का प्रयोग डायबिटीज रोगियों को नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें शुगि बहुत होती है। इसलिए इसकी छाल का प्रयोग ही करें।

गठिया में पीएं छाल का रस और करें तेल का मलिश
महुआ की छाल गठिया के इलाज में बहु कारगर है। महुआ की छाल को आप उबाल कर उसका जूस पींए। ये गठिया के दर्द को ही नहीं बल्कि अंदर आ गई सूजन और जकड़न को भी कम करता है। साथ ही महूआ के फूल, जड़ और छाल के साथ बीजों को पीस कर सरसों के तेल में पका लें और इसकी मालिश जोड़ों पर करें। इससे बहुत आराम मिलेगा।

टॉन्सिलिटिस और दांत दर्द में भी कारगर
महुआ की छाल में टॉन्सिलिटिस और दांत का दर्द कम करे का भी गुण होता है। पायरिया जैसी बीमारी में महुआ की छाल बहुत काम आती है। महुआ की छाल को पीस कर उसे पानी मिला लें और इस पानी से आप गार्गेल करें और इस रस को दातों और मसूड़ें पर लगा लें। इससे काफी आराम मिलेगा।

पाइल्स में कारगर
महुआ के फूल पाइल्स की बीमारी में बहुत काम आते हैं। इसमें क्योंकि बहुत रफेज होता है इसलिए इसे खाने से कब्ज जैसी बीमारी भी दूर रहती है। पाइल्स में आप इसके फूलों को घी में भुन लें और खाते रहें। 

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।