- हर साल 16 मई को नेशनल डेंगू डे मनाया जाता है
- कम तापमान में डेंगू फैलाने वाले मच्छर ज्यादा तेजी से पनपते हैं
- हर साल देश में बड़ी संख्या में लोगों की मौत का एक बड़ा कारण डेंगू है
हर साल 16 मई को नेशनल डेंगू डे मनाया जाता है। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार इस रोग को फैलने से रोकने के लिए लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए कई कैंपेन चला रही है। डेंगू मच्छरों व कीटाणुओं से फैलने वाली एक घातक बीमारी है जो लोगों को अपनी चपेट में लेने के बाद उनकी जान तक ले लेती है। इस साल कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सारे कल कारखाने व सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है ऐसे में पर्यावरण पर इसका काफ सकारात्मक असर पड़ा है, तापमान में कमी रिकॉर्ड की गई है।
लेकिन इसमें एक ये पहलू भी है कि कम तापमान में डेंगू फैलाने वाले मच्छर ज्यादा तेजी से पनपते हैं और इस वजह से पिछले सालों की तुलना में इस साल रिपोर्ट के मुताबिक बड़े दर से मच्चर पैदा होंगे जो लोगों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। हर साल देश में बड़ी संख्या में लोगों की मौत का एक बड़ा कारण डेंगू है। सरकार इससे बचने के कई तरीके अपनाती है। आज हम नेशनल डेंगू डे के मौके पर इसके लक्षण व इसके कारणों के बारे में बात करेंगे।
डेंगू के कारण
आपको बता दें कि डेंगू एक वायरल बुखार है डो एडी प्रजाति के मच्छरों के काटने से होता है। यह कोरोना वायरस की तरह संक्रमण से फैलने वाली बीमारी नहीं है। आपको बता दें कि आज के प्रदूषण के दौर में दुनियाभर में करीब आधी आबादी पर इस भयानक बीमारी का खतरा है। एडीज मच्छर जब किसी व्यक्ति को काटता है तो उसका वायरस उस व्यक्ति में चला जाता है और फिर उसके पूरे शरीर में फैल जाता है। अगर कोई व्यक्ति डेंगू से पीड़ित है और उसे काटा हुआ मच्छर किसी दूसरे को काट ले तो उसे भी डेंगू कू बीमारी हो जाती है।
डेंगू फैलाने वाले चार प्रकार के मच्छर होते हैं और इनमें अलग-अलग चार प्रकार के वायरस पाए जाते हैं। इनमें से किसी एक के भी काटने से डेंगू आसानी से फैल जाता है। अगर किसी संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काटता है तो मच्छर में वह वायरस चला जाता है और फिर वह मच्छर किसी और को जाकर काटता है तो वह व्यक्ति भी डेंगू से संक्रमित हो जाता है और वह वायरस उसके खून में चला जाता है। अगर आप एक बार डेंगू से रिकवर हो जाते हैं तो आप उस वायरस के प्रभाव से इम्यून हो जाते हैं लेकिन इसके बाद आप आपके ऊपर अन्य तीन प्रकार के वायरस का खतरा बना रहता है।
डेंगू के लक्षण
- डेंगू बीमारी का शिकार होने पर मंसपेशियों में तेज दर्द शुरू हो जाता है।
- इसके साथ शरीर में थकान व सुस्ती छाई रहती है।
- शरीर का तापमान 104 डिग्री तक बढ़ जाता है व बुखार छाने लगता है।
- सर्दी जुकाम के साथ-साथ गले में खराश और खांसी भी होने लगता है।
- त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ने शुरू हो जाता हैं।
- आंखों में दर्द के साथ साथ सिर में भी तेज दर्द होने लगता है।
- उल्टियां आनी शुरू हो जाती है जी मिचलाने लगता है और जोड़ों में दर्द होता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)