- नेचुरल और हेल्थ बेनिफिट्स के कारण व्रत में सेंधा नमक का प्रयोग होता है
- चट्टानी नमक होने के कारण सेंधा नमक में अशुद्धि नहीं होती है।
- नेचुरल और हेल्थ बेनिफिट्स के कारण व्रत में इसका प्रयोग होता है।
मुंबई. 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। नौ दिन तक माता के भक्त व्रत रखकर उनकी उपासना करते हैं। नौ दिन के व्रत में सेंधा नमक के साथ प्रसाद ग्रहण करते हैं। व्रत में इस नमक को ही क्यों खाया जा सकता है, कभी आपने सोचा है?
सेंधा नमक पहाड़ी नमक कहा जाता है यानी ये चट्टी नमक होता है। कहा जाता है कि इसमें कोई मिलावट नहीं होती है और ये नेचुरल होता है। जैसे की फलहार। इसी वजह से सेंधा नमक को व्रत में शामिल किया जाता है।
सेंधा नमक में आयरन, जिंक, मैग्नीशियम सहित कई अन्य खनिज शामिल हैं। ये न सिर्फ आंखों के लिए काफी अच्छा होता है, बल्कि ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
शरीर को रखता है मजबूत
सेंधा नमक व्रत के दौरान भी शरीर को मजबूत रखता है। चैत्र नवरात्र के साथ ही गर्मी मौसम का मौसम भी शुरू हो जाता है। व्रत में ऐसे खानपान रखना चाहिए जो इम्युन को मजबूत रखे।
सेंधा नमक समुद्री नमक से बनता है। इसे शुद्ध या रिफाइंड करने के लिए कई तरह की प्रक्रिया होती है। इन प्रक्रिया से गुजरने के बाद ये खाने लायक बनाया जाता है।
वेट लॉस में करता है मदद
व्रत के दौरान अपने वेट को भी कम करने की इच्छा रखते हैं तो आप सेंधानमक का प्रयोग जरूर करें। ये बॉडी से फैट सेल्स को हटाने में मदद करता है। साथ ही भूख को भी कंट्रोल करता है।
यह बॉडी में पीएच लेवल को बनाए रखने में भी कारगर है। इसका प्रयोग व्रत ही नहीं आम दिनों में भी करने से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। ये बॉडी को डिटॉक्स कर देता है।