- विहिप ने कोरोना के इलाज के लिए प्लाज्मा बैंक तैयार करने की पहल की
- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया गया
- विहिप दिल्ली में ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रही है, जो कोरोनो बीमारी से मुक्त हुए हैं
नई दिल्ली: कोरोना संकट में दुनियाभर के डॉक्टर कोरोना का इलाज ढूंढने में लगे हैं। इस बीच दिल्ली के कई अस्पतालों में डॉक्टर प्लाज्मा थेरेपी से मरीजों का इलाज करने के प्रयास में लगे हुए हैं। उनकी मदद के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) प्लाजमा बैंक तैयार कर रही है। हाल ही में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया गया था। इसी से प्रभावित होकर विहिप ने प्लाज्मा बैंक बनाने की पहल की है।
विहिप दिल्ली में ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रही है, जो कोरोनो बीमारी से मुक्त हुए हैं। यह जानकारी देते हुए विहिप के दिल्ली प्रांत के कार्यध्यक्ष वागीश इस्सर ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी के लिए डोनर को खोजना मुश्किल होता है। ऐसे में वह दिल्ली में कोरोना से ठीक हो रहे लोगों की सूची बना रहे हैं, जो जरूरत पड़ने पर प्लाज्मा दे सकें।
उन्होंने कहा कि ये काम आसान नहीं होता है, लेकिन लोगों को समझाना पड़ता है। अब तक उन्होंने तीन अलग-अलग सूची बनाई है, जिसमें कुल मिलाकर 228 लोगों के नाम हैं, जो स्वेच्छा से प्लाजा दान करने को तैयार हैं। विहिप का कहना है, 'हम अपने संपर्क सूत्र से जरूरतमंद लोगों तक प्लाज्मा पहुंचाने की व्यवस्था कर देंगे।'
गौरतलब है कि विहिप इन दिनों दिल्ली में कोरोना पीड़ितों की मदद से लेकर जरूरतमंदों तक दवाई, सेनिटाइजर और मॉस्क पहुचाने का काम कर रही है। साथ ही लोगों की मदद के लिए सेवा के कई प्रकल्प भी चला रही है। ध्यान रहे, फिलहाल प्लाज्मा थेरेपी का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है।
इस विधि में कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के ब्लड प्लाज्मा से कोविड-19 रोग से पीड़ित अन्य मरीजों का उपचार किया जाता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने भी ब्लड प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 संक्रमित मरीजों के उपचार के ट्रायल की अनुमति दे दी है।