नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा बॉर्डर पर नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए, जबकि 31 जवान घायल हो गए। एक जवान लापता बताया जा रहा है। इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों की भी मौत हुई है। जिस जगह पर ये मुठभेड़ हुई वहां पहुंचे Times Now के रिपोर्टर ने बताया कि नक्सलियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला किया और उन्हें घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
वहां जगह-जगह पर जवानों के शव बिखरे हुए थे। 7 जवानों के शव इस गांव में मौजूद थे और 7 जवानों के शव एक मैदान में थे। ये सभी जवान ऑपरेशन से वापस लौट गए थे। ये पूरा इलाका सबसे ज्यादा नक्सली प्रभावित है।
गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद होने की घटना के मद्देनजर रविवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह को स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य जाने को कहा। अधिकारियों ने बताया कि शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी बात की और हालात का जायजा लिया। छत्तीसगढ़ सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि बघेल ने शाह को मुठभेड़ की जानकारी देते हुए कहा कि नक्सलियों ने केवल अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए हिंसा की है, क्योंकि लोगों का माओवादी विचारधारा से मोह भंग हो रहा है।
इससे पहले, अमित शाह ने ट्वीट किया, 'मैं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं। राष्ट्र उनके शौर्य को कभी नहीं भूलेगा। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों (नक्सलियों) के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'