- गोरखपुर जिले की रहने वाली है पीड़ित लड़की, दिल की होनी है सर्जरी
- लड़की के पिता किसान है, आर्थिक तंगी की वजह से नहीं करा सकती थी इलाज
- बीएड छात्रा की परेशानी सामने आने पर सीएम योगी ने की तत्काल उसकी मदद
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीमारी से पीड़ित बीएड की एक छात्रा की आर्थिक मदद की है। दरअसल, इस छात्रा की हार्ट सर्जरी होनी है और अस्पताल ने इलाज के लिए करीब 9.90 लाख रुपए का खर्च बताया था जिसके बाद छात्रा ने सोशल मीडिया पर मदद की अपील की थी। यह मामला संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। सीएम ने तत्काल अपने विवेकाधीन कोष से 9.90 लाख रुपए स्वीकृत किए। मुख्यमंत्री ने पीड़ित लड़की के पिता को पत्र लिखकर उसके शीघ्र स्वस्थ होने और आगे की पढ़ाई जारी रखने की शुभकामनाएं दी हैं।
गोरखपुर जिले की रहने वाली है पीड़ित छात्रा
पीड़ित छात्रा गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज के मछलीगांव की रहने वाली है। अपनी बीमारी के बारे में पता चलने और अस्पताल का अनुमानित खर्च सामने आने के बाद मधुलिका ने सोशल मीडिया पर पीएम और सीएम से आर्थिक मदद की अपील की। सोशल मीडिया पर मधुलिका ने लिखा, 'उसके पिता राकेश चंद्र मिश्र किसान हैं। मां की बचपन में ही मौत हो गई थी। दो भाई हैं, जो पढ़ाई करने के साथ-साथ कृषि में पिता का भी सहयोग करते हैं।'
मधुलिका के दिल के दोनों वॉल्ब खराब हैं
मधुलिका ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसने खुद को गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में दिखाया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके दिल के दोनों वॉल्व खराब हैं। इसके बाद मधुलिका का भाई उसे केजीएमयू और पीजीआई लेकर पहुंचा लेकिन कोरोना की वजह से दोनों जगहों पर इलाज करने से मना कर दिया गया। मधुलिका को अब मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों का कहना है कि दोनों वॉल्व बदलने में 9 लाख 90 हजार रुपये का खर्च आ सकता है।
सीएम योगी ने जारी की 9.90 लाख रुपए की मदद
मधुलिका के लिए आर्थिक मदद जारी करने के बाद सीएम आदित्यनाथ ने छात्रा के पिता को पत्र लिखा है, उनका यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुझे पता चला है कि आपकी पुत्री कुमारी मधुलिका मिश्रा के हृदय के दोनों वाल्व खराब हो गए हैं, जिसकी शल्य चिकित्सा होनी है किंतु धनाभाव के कारण वह संभव नहीं हो पा रही है। उसे 9.90 लाख रुपए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से स्वीकृत कर दिए गए हैं। आशा है कि इस धनराशि से उसकी शल्य चिकित्सा सकुशल संपन्न होगी और वह शीघ्र स्वस्थ होकर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकेगी।'