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- पांच अगस्त को अयोध्या में पीएम मोदी रखेंगे राम मंदिर निर्माण की नीव
- भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए राम भक्तों ने दान देना शुरू कर दिया है
- तीन अगस्त से ही शुरू हो जाएगा भूमि पूजन का धार्मिक अनुष्ठान
अयोध्या : राम मंदिर निर्माण की तैयारियां अयोध्या में शुरू हो गई हैं। मंदिर निर्माण में अपना योगदान देने के लिए राम भक्त आगे आने लगे हैं। ट्रस्ट को राम भक्तों से दान मिलने लगा है। मंगलवार को लखनऊ से अयोध्या पहुंचे राम भक्तों ने ट्रस्ट को 34 किलो चांदी की ईंट दान की। यह ईंट राम मंदिर की नीव में रखने ने के लिए दान की गई है। इसके अलावा रामा दल के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम ने ट्रस्ट को 21 हजार रुपए का चेक सौंपा। मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट दान के लिए अभियान भी चलाएगा। मंदिर अभियान से जुड़े अयोध्या के संतों ने भूमिपूजन कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
तीन अगस्त से शुरू हो जाएंगे धार्मिक अनुष्ठान
राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम वैसे तो पांच अगस्त को रखा गया है लेकिन इससे जुड़े धार्मिक अनुष्ठान पहले ही शुरू कर दिए जाएंगे। महंत कमल नयन दास का कहना है कि भूमिपूजन का कार्यक्रम तीन अगस्त को गणपति पूजा के साथ शुरू हो जाएगा। इसके बाद पंचांग पूजा होगी। पंचांग पूजा अयोध्या और काशी के 11 वैदिक विद्वान संपन्न कराएंगे। काशी के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने भूमिपूजन के मुहूर्त के साथ पूरी कुंडली बनाई है। बताया जा रहा है कि भूमि पूजन के दौरान 32 सेकेंड का समय काफी खास है। भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त पांच अगस्त को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड के बाद ठीक 32 सेकेंड के भीतर पहली ईंट रखनी अनिवार्य बताई गई है।
पीएम मोदी के हाथों होगा भूमि पूजन
राम मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। हालांकि, उनकी अयोध्या यात्रा की अभी आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं हुई है लेकिन सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पीएम के अयोध्या दौरे पर सैद्धांति सहमति बन गई है। बताया जा रहा है कि राम मंदिर के पुराने मॉडल पर ही मंदिर का निर्माण होगा लेकिन इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। जैसे कि नए मॉडल में मंदिर की ऊंचाई, चौड़ाई और लंबाई तीनों में बदलाव किया गया है। प्रस्तावित राम मंदिर अब दो मंजिल की जगह तीन मंजिल का होगा। मंदिर में प्रवेश करने के पांच रास्ते बनाए जाएंगे और प्रथम तल पर राम लला के दर्शन होंगे। मंदिर की ऊंचाई में भी 33 फीट की वृद्धि की जा रही है।
कार्यक्रम में मंदिर अभियान से जुड़े लोग शामिल होंगे
भूमि पूजन कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा मंदिर अभियान से जुड़े साधु-संत, महात्मा, विहिप, संघ और केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने की चर्चा है। सूत्रों का कहना है कि ट्रस्ट गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, विनय कटियार, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निमंत्रण देगा। इसके अलावा संघ एवं विहिप से जुड़े लोग भी इस धार्मिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तिथि सामने आने के बाद लोगों में काफी उत्साह है। राम भक्तों का कहना है कि उनका वर्षों का इंतजार अब खत्म हुआ है।