- JDU नेता नीतीश कुमार ने नौ अगस्त, 2022 को दिया था इस्तीफा
- महागठबंधन के समर्थन से नई सरकार बनाने का पेश किया था दावा
- NDA को था झटका, भारतीय जनता पार्टी सत्ता से हो गई थी बेदखल
पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित एक्टर और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व सांसद (अहमदाबाद ईस्ट से 2014 में) परेश रावल ने जनता दल (यूनाइटेड) के सीनियर नेता नीतीश कुमार पर तंज कसा है। बुधवार (10 अगस्त, 2022) को उन्होंने सूबे के पूर्व सीएम को पाटलिपुत्र के पाटली बदलू करार दिया। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर लिखा, "पाटलिपुत्र के पाटली बदलू!"
बॉलीवुड कलाकार का यह ट्वीट ऐसे वक्त पर आया, जब कुमार एनडीए को दगा देने के बाद आठवीं बार बिहार सीएम बनेंगे। रावल की इस टिप्पणी पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी तरह-तरह की टिप्पणियां कीं। @Paritosh_2016 ने कहा कि उत्तर प्रदेश, असम और गुजरात को अगर छोड़ दें तो भाजपा की अपने दम पर कहां सरकार हैं? हर जगह उसने खुद लोकतंत्र को तोड़-मडोड़ के अपनी सरकार बनाई है। आज वह ज्ञान दे रही है कि नीतीश ने सत्ता लालच के लिए ऐसा किया। गजब का दोगलापन है।
अगले ट्वीट में इस हैंडल से रावल को टैग करते हुए लिखा गया, "आप राजनीति में दूर ही रहिए महोदय। आपके लिए हमारे दिल में हद से ज्यादा इज्जत है, पर आप ने जब से अंधभक्ति चालू की है, तब से आपसे घृणा होने लगी है।" @Sau_m_ya के अकाउंट से पूछा गया कि बिहार का क्या होगा बाबू भैया। @krRohit10 ने कहा कि बाबू भैया, कॉमेडी करो, बेकार का ज्ञान मत दो। 2017 में जब नीतीश बीजेपी के साथ गए थे, तब तो बहुच अच्छा लगा होगा।
दरअसल, नीतीश कुमार ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से हाथ मिला लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मसले पर उन्हें‘‘अवसरवादी’’ करार दिया। साथ ही कुमार पर जनादेश का अपमान करने और बिहार की जनता को ‘‘धोखा’’ देने का आरोप लगाया।
सियासत के सूरमा नीतीश को उनके यू-टर्न लेने वाली रणनीति को लेकर 'पलटू राम' (वादा कर पलट जाने वाले या धोखा देने वाले) भी कहा जाता है। सबसे पहले उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद ने किया था। बाद में उनके बेटे तेजस्वी यादव ने भी उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया था, जो कि महागठबंधन की सरकार में उनके साथ होंगे।