नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज (गुरुवार, 11 फरवरी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद उन्होंने कृषि कानूनों पर भी अपनी राय रखी और कहा कि ये किसानों के हित में हैं और वह इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में बिहार के सीएम ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ है। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से केंद्र सरकार ने बातचीत भी की है। ये कानून किसानों के हित में हैं, न कि उनके खिलाफ। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मुद्दे का समाधान जल्द ही ढूंढ़ लिया जाएगा।
जारी है किसानों का आंदोलन
कृषि कानूनों को लेकर नीतीश कुमार का यह समर्थन ऐसे समय में आया है, जबकि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन बीते दो महीनों से भी अधिक समय से जारी है। किसान इन कानूनों को अपने हितों के खिलाफ बताते हुए इन्हें वापस लेने की मांग कर रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार का कहना है कि इससे किसानों को कहीं भी अपना अनाज बेचने की आजादी सहित कई अन्य फायदे मिलेंगे, जिससे उनकी आय बढ़ेगी।
केंद्र सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच इस मुद्दे पर कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई नतीजा निकलकर सामने नहीं आया है। 26 जनवरी के ट्रैक्टर, 6 फरवरी के चक्का जाम के बाद किसानों ने अब कृषि कानूनों के खिलाफ 18 फरवरी को 'रेल रोको' आंदोलन की घोषणा की है, जिसके बाद इस मुद्दे पर सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध और बढ़ने के आसार जताए जा रहे हैं।