- हाथरस जिले में गत 14 सितंबर को 19 साल की लड़की के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार हुआ
- पीड़ित दलित युवती ने मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया
- इस वारदात को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है, कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं
नई दिल्ली: हाथरस गैंगरेप की घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सोशल मीडिया समेत कई मंचों से लोग मांग कर रहे हैं कि इन दरिदों के साथ वैसा ही व्यवहार होना चाहिए जैसा हैदराबाद में हुआ था। अब बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने जो बयान दिया है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्या हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले के आरोपियों के साथ भी कुछ ऐसा हो सकता है, जैसा हैदराबाद में हुआ या गैंगस्टर विकास दुबे के साथ हुआ।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट भेज दिया गया है। आरोपी को जेल भेजा जाएगा। योगी जी वहां से सीएम हैं, मैं जानता हूं कि उनके प्रदेश में कभी भी गाड़ा पलट सकती है।'
पलटी थी विकास दुबे की गाड़ी
इसी साल जुलाई महीने में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को यूपी एसटीएफ उज्जैन से कानपुर लेकर आ रही थी। कानपुर से थोड़ी दूर पहले जिस गाड़ी में विकास दुबे बैठा था, वो पलट गई। बताया गया कि इसके बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया। इस एनकाउंटर पर खूब सवाल उठे, वहीं दूसरी तरफ कई लोगों ने वाहवाही भी की। इसके अलावा हाल ही में मध्य प्रदेश में लखनऊ पुलिस की एक कार के पलट जाने से एक वांछित गैंगस्टर की मौत हो गई। लखनऊ पुलिस मुंबई से अपराधी फिरोज अली उर्फ शम्मी को दबोच कर वापस लौट रही थी।
हैदराबाद एनकाउंटर
वहीं पिछले साल दिसबंर में हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ा था। बाद में आरोपियों की पुलिस मुठभेड़ में उसी स्थान पर मौत हुई, जहां महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया गया था। पुलिस आरोपियों को घटनास्थल पर लेकर गई थी। आरोपियों को हथकड़ी नहीं लगाई गई थी और वे पुलिस हिरासत में थे। बताया गया कि दो आरोपियों ने पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर पुलिस पर गोलियां चलाईं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उनकी जान चली गई।