- LAC पर तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख के देमचॉक में चीनी टेंट देखा गया है
- यह ऐसे में सामने आया है, जब वार्ता के लिए तारीख तय किया जाना बाकी है
- भारत-चीन के बीच 12वें दौर की कॉर्प्स कमांडर स्तर की बातचीत होनी है
नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बीते करीब डेढ़ साल से जारी तनाव के बीच अब देमचॉक में चार्डिंग नाला पर भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना के टेंट देखे गए हैं। यह सब ऐसे समय में सामने आया है, जबकि दोनों पक्षों के बीच विवाद के समाधान के लिए अगले दौर की सैन्य वार्ता को लेकर तारीख तय होना बाकी है।
अधिकारियों का कहना है कि इन टेंट में रह रहे लोग 'तथाकथित नागरिक' हैं और भारत के बार-बार वहां से हटने को कहे जाने के बाद वे वहां बने हुए हैं। भारत और चीन के बीच कॉर्प्स कमांडर स्तर की पिछली वार्ता अप्रैल में हुई थी, जिसमें डिस्एंगेजमेंट और डिएस्कैलेशन को लेकर बात हुई थी।
होनी है 12वें दौर की बातचीत
चीन ने सोमवार को 12वें दौर की कॉर्प्स कमांडर स्तर की बातचीत की पेशकश की थी, लेकिन भारत ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के मद्देनजर इसे कुछ दिनों के लिए स्थगित करने को कहा था। दोनों पक्षों के बीच मई 2020 से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है।
इस बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने देमचॉक में चीन की गतिविधियों को लेकर सोमवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला।
उन्होंने कहा, सरकार को इस बारे में कुछ भी पता नहीं है कि चीन से किस तरह से निपटा जाए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सरकार चीन की गतिविधियों की उपेक्षा कर रही है, जिससे आगे चलकर समस्या हो सकती है।
भारत-चीन ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप्स (JWG) की 1990 के दशक में बैठक हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने डेमचॉक और ट्रिग हाइट्स को विवादित बिंदुओं के रूप में स्वीकार किया था।