2022 अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है जिसको लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है, इस बाबत कांग्रेस ने अपने दोनों मुख्यमंत्री को बड़ी जिम्मेदारी दी है ,राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात चुनाव में वरिष्ठ ऑब्ज़र्वर बनाया गया वही छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री को हिमाचल ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी गयी .दोनों वरिष्ठ आब्जर्वर के साथ दो -दो आब्जर्वर भी बनाया गया है।
अलग-अलग राज्यों में गृहयुद्ध को देखते हुए कांग्रेस में नाराज़ बड़े नेताओं को भी साधने की कोशिश की गई है। सिर्फ दो राज्यों में कांग्रेस का मुख्यमंत्री है-राजस्थान और छत्तीसगढ़..
लेकिन यहाँ भी कांग्रेस आपसी गुटबाजी और गृहयुद्ध का शिकार है. राजस्थान में सचिन पायलट मुख्यमंत्री पद की दावेदारी करते हुए अपनी नाराज़गी जगजाहिर है वही टीएस सिंघदेव भी असंतुष्ट है।
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ऐसे में गोवा में कांग्रेस की टूट की आशंका को देखते हुए पार्टी अन्य राज्यों में नेताओं में एकजुटाता रखना चाहती है, यही कारण है की चुनावी राज्य के बहाने नेताओ को साधा जा रहा है, सचिन पायलट को भूपेश बघेल (सीनियर आब्जर्वर ,हिमाचल प्रदेश ) के साथ आब्जर्वर बनाया गया वही टीएस सिंघदेव को अशोक गहलोत (सीनियर आब्जर्वर ,गुजरात ) बनाया है ताकि नेताओं की नाराज़गी को कम किया जाये और जिम्मेदारी देकर काम लिया जाए।