नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने रविवार को कोरोना वायरस महामारी से निपटने में भारत की प्रगति की तुलना करते हुए आंकड़े जारी किए। आईसीएमआर ने भारत की अमेरिका, इटली, स्पेन और जर्मनी जैसे देशों से तुलना की है। आंकड़ों के अनुसार, भारत एक मिलियन यानी 10 लाख कोरोना टेस्ट का करने के बाद घातक प्रकोप का मुकाबला करने में सफलता हासिल करता हुआ दिख रहा है। आईसीएमआर ने पुष्टि की कि पूरे देश में कोरोना वायरस के अब तक 10 लाख से अधिक सैंपल टेस्ट किया जा चुके हैं जिसमें 39,980 पॉजिटिव मामलों का पता चला है।
भारत अमेरिका-यूरोप से बेहतर स्थिति में
आईसीएमआर द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, स्पेन में 10 लाख सैंपल टेस्ट के बाद 200,194 से अधिक पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई थी जबकि अमेरिका में 10 लाख सैंपल टेस्ट के बाद 164,620 पॉजिटिव मामले सामने आए थे। वहीं, इटली में 10 लाख सैंपल टेस्ट के बाद बाद कुल 152,271 कोरोनो वायरस मामले सामने आए। इसके अलावा तुर्की में 117,589 मामले और जर्मनी में 73,522 मामलों सामने आए थे। ध्यान देने वाली बात यह है कि भारत अमेरिका या किसी यूरोपीय देश की तुलना में अधिक घनी आबादी वाला देश है। भारत इस घातक बीमारी के प्रकोप पर अभी तक काबू पाने काफी हद तक कामयाब दिख रहा है।
'दुनिया में हमारी मृत्यु दर सबसे कम'
भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 39,980 है, जिसमें 28,046 सक्रिय मामले हैं। देश में अब तक 10,632 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 1,301 की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'देश में 319 जिले ऐसे हैं जो बीमारी से प्रभावित नहीं है। 130 जिले हॉटस्पॉट हैं, 284 जिले नॉन-हॉटस्पॉट हैं। हमने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पेरासिटामोल जैसी दवाई दुनिया के 99 देशों को सप्लाई की हैं। पिछले 14 दिनों में हमारा डबलिंग रेट जो 10.5 दिन था, पिछले 7 दिनों में 11.7 दिन हो गया और आज सुबह 12 दिन हो गया है। हमारी मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम 3.2% है। आज 310 सरकारी और 111 निजी टेस्टिंग लैब विकसित हो चुकी हैं।'