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Punjab: विदेश से लौटे 167 लोगों का नहीं चल रहा पता, कोरोना का संदेह, ढूंढने में लगीं 2 टीमें

Updated Mar 18, 2020 | 17:45 IST

पंजाब के लुधियाना में उन 167 लोगों का पता नहीं चल पा रहा है जिनको कोरोना वायरस होने का संदेह है। ये सभी दूसरे देशों से भारत लौटे हैं। हालांकि 29 लोगों का पता लगा लिया गया है।

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विदेश से लौटे हैं सभी लोग

नई दिल्ली: पंजाब के लुधियाना में कोरोनो वायरस होने के संदेह में कम से कम 167 लोग लापता हुए हैं, जबकि केवल 29 लोगों का पता लगाया गया है। शहर के सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने ये जानकारी दी। पंजाब में चिकित्सा अधिकारियों को उन लोगों की एक सूची मिली थी जो हाल ही में भारत लौटे हैं। लोगों को ट्रैक कर उनमें संक्रमण का पता लगाना था। 

डॉ. बग्गा ने कहा, दो टीमों को विदेश से आने वाले लोगों को खोजने का काम सौंपा गया है, जिसमें 119 लोगों को खोजने के लिए पुलिस को जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें अब तक 12 लोग मिल चुके हैं और दूसरी टीम स्वास्थ्य विभाग की है, जिसमें उन्हें 77 लोगों को खोजने की जिम्मेदारी दी गई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा 17 लोगों का पता लगाया गया है। बाकी 167 लोग अभी भी लुधियाना में लापता हैं।'

एक अधिकारी ने कहा कि मुख्य कारण यह है कि वे सभी का पता नहीं लगा पा रहे हैं क्योंकि या तो पासपोर्ट में गलत पता है या टेलीफोन नंबर गलत है। ऐसा लगता है कि पता और टेलीफोन नंबर बदल गए हैं। हमारी टीमें सक्रिय हैं और उन्हें खोज रही हैं। जल्द ही उनका पता लगा लिया जाएगा।

विदेशों में 276 भारतीय कोरोना से संक्रमित
केंद्र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि ईरान में 255, संयुक्त अरब अमीरात में 12 और इटली में पांच लोगों सहित कुल 276 भारतीय कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। सोमवार को ईरान से 53 भारतीयों का चौथा दल भारत लौटा और इसके साथ ही कोरोना वायरस से प्रभावित इस देश से निकाले गए लोगों की कुल संख्या 389 हो गई है। गौरतलब है कि ईरान कोरोना वायरस से सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित देशों में शामिल है और सरकार वहां फंसे भारतीयों को निकालने में लगी है।

जेल से रिहा होंगे 5800 कैदी!
वहीं पंजाब के जेल मंत्री एसएस रंधावा ने कहा, 'मैंने पंजाब सरकार को 2800 कैदियों की रिहाई का प्रस्ताव भेजा है, जो स्नैचिंग जैसे छोटे अपराधों के लिए जेल में बंद हैं और 3000 अपराधी जो छोटी मात्रा में ड्रग्स के साथ पकड़े गए थे। अभी अंतिम निर्णय लिया जाना है।' हालांकि उन्होंने इसके खतरों पर भी बात की और कहा, 'यहां चिंता है कि इन कैदियों की रिहाई के बाद अपराध दर बढ़ सकती है। राज्य के DGP और ADGP (जेल) ने SPs के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है और उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। साथ ही, कोरोना वायरस को लेकर हम जेलों को सैनेटाइज कर रहे हैं।'  

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