- महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में भी कोरोना केस में इजाफा
- दिल्ली में महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना से आने वालों के आरटीपीसीआर अनिवार्य
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों का असर मुंबई में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। लोकल ट्रेनों में कामकाजियों की संख्या में गिरावट हुई है। लोग अब अपने घरों से कामकाज को वरीयता दे रहे हैं। मुंबई में बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में भी कोरोना उलटी चाल चल रहा है। पंजाब में पिछले 78 दिनों में सबसे ज्यादा 628 नए मामले शुक्रवार को दर्ज हुए।
दिल्ली में कोरोना केस का इजाफा
अगर बात दिल्ली की करें तो 16 फरवरी 2021 को 94 नए केस सामने आए थे और यह आंकड़ा नौ महीनों में सबसे कम था। 16 फरवरी को केवल एक मरीज की मौत हुई थी। 16 फरवरी से पहले यानी 27 जनवरी 2021 को 96 नए केस सामने आए। लेकिन अब तस्वीर बदली है। कोरोना यू-टर्न लेता हुआ नजर आ रहा है। शुक्रवार यानी 26 फरवरी को 256 नए मामले सामने आए।
कोरोना के बढ़ते मामलों से बढ़ा डर
इस महीने शुक्रवार का दिन ऐसा रहा जब नए केसेज की संख्या 200 के पार है। दिल्ली में सक्रिय मामले अब 1,231 हो गए हैं। बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामलों में और इजाफा ना हो इसके लिए दिल्ली सरकार ने पांच राज्यों से आने वालों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। पिछले साल नवंबर में जब दिल्ली में कोरोना पीक पर था, तब रोज 70 से 80 मरीज आ रहे थे। एम्स के निदेशक ने कहा था कि कोविड के प्रति सावधानी बरतने के लिए आगाह किया और कहा कि काफी लोगों को बाजारों में घूमते और रेस्तरां में खाते देखता हूं और वे फिजिकल डिस्टेंसिंग या मास्क पहनने का ध्यान नहीं रखते।दिल्ली में टोटल केसेज की संख्या 6,38,849 हो चुकी है।