नई दिल्ली : कोरोना वायरस संक्रमण से दुनियाभर में मची तबाही के बीच ब्रिटेन में इस वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद दुनिया के कई हिस्सों में चिंता बढ़ गई है। भारत में इस स्ट्रेन के अब तक 25 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद से स्वास्थ्य एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इस बीच देश में बीते 24 घंटों के दौरान लगभग 22 हजार नए कोविड केस दर्ज किए गए हैं, जबकि करीब 300 लोगों ने इस घातक महामारी से जान गंवाई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, पिछले दिनों ब्रिटेन में कोविड-19 का जो स्ट्रेन सामने आया था, उसके भारत में अब तक 25 मामले सामने आ चुके हैं। चार नए केस की पुष्टि पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और एक नए केस की पुष्टि दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटेग्रेटिव बायोलॉजी ने की है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोविड-19 के नए स्ट्रेन से संक्रमित सभी 25 लोगों को स्वास्थ्य केंद्रों में आइसोलेशन में रखा गया है।
दिल्ली में कोविड-19 के नए स्ट्रेन के 4 नए केस
देश में कोविड-19 के नए स्ट्रेन के जो 25 मामले सामने आए हैं, उनमें से दिल्ली में चार मामले हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार बताया कि फिलहाल फ्लाइट्स पर प्रतिबंध है और अधिक यात्री यहां नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग पहले ही यहां पहुंच चुके हैं, उनकी निगरानी की जा रही है और उनके संपर्क में आए लोगों का भी पता लगाया जा रहा है।
वहीं, जहां तक देश में कोविड-19 के नए मामलों की बात है, बीते 24 घंटों के दौरान यहां कोरोना वायरस संक्रमण के 21,821 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 26,139 लोग इस बीमारी से उबरे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान 299 लोगों की जान इस घातक संक्रमण से गई है। इसके साथ ही यहां कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1 करोड़ 2 लाख 66 हजार 674 हो गए हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 1 लाख 48 हजार 738 हो गई है।
माघ मेला में जाने वालों को कराना होगा टेस्ट
इस बीच देश में कोरोना वारयस संक्रमण की रोकथाम को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर यूपी सरकार ने प्रयागराज में होने वाले माघ मेला और मथुरा में संत समागम में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह अनिवार्य किया गया है कि वे कोविड टेस्ट कराकर और इसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही यहां पहुंचें।
यह जांच रिपोर्ट अधिक से अधिक पांच दिन पुरानी होनी चाहिए। श्रद्धालुओं को जांच रिपोर्ट साथ ले जाने की जरूरत होगी।