- सीएए के खिलाफ 15 दिसंबर को जामिया नगर में हुए हिंसक प्रदर्शन में वाहनों में लगाई गई आग
- कई लोग हुए जख्मी, दिल्ली पुलिस ने हिंसा मामले में दायर किया अपना पहला आरोपपत्र
- दिल्ली पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 3.2 एमएम की पिस्टल से फायरिंग हुई
नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ जामिया एवं न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने अपनी पहली चार्जशीट दायर कर दी है। इस चार्जशीट में शरजील इमाम का भी नाम शामिल है। शरजील को औपचारिक रूप से सोमवार को गिरफ्तार किया गया। हिंसा मामले में गिरफ्तार होने वाला शरजील 18वां संदिग्ध व्यक्ति है। पुलिस हिंसा मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की भूमिका की जांच कर रही है। मंगलवार को शरजील इमाम को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस की जांच में पता चला है कि प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 3.2 एमएम की पिस्टल से फायरिंग हुई। हालांकि, इस चार्जशीट में किसी छात्र का नाम नहीं है। पुलिस हिंसक प्रदर्शनों में पीएफआई की भूमिका की जांच कर रही है। जामिया एवं एनएफसी हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से नौ एनएफसी से और आठ लोगों को जामिया इलाके से गिरफ्तार किया गया। ये सभी लोग स्थानीय हैं। लोगों को हिंसा के लिए उकसाने एवं भड़काने के लिए शरजील इमाम का नाम आरोपपत्र में शामिल किया गया है।
बता दें कि सीएए के खिलाफ जामिया-एनएफसी इलाके में गत 15 दिसंबर को हिंसा हुई और इस हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने अपनी पहली एफआईआर 14 फरवरी को दायर की। आरोपपत्र में साक्ष्यों के तौर पर सीसीटीवी, सीडीआर और 100 से ज्यादा लोगों के बयान शामिल किए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि हिंसा मामले में शामिल लोगों की पहचान के लिए पुलिस कुछ और लोगों की तस्वीरें जारी कर सकती है। जामिया हिंसा से जुड़े यह आरोपपत्र 307, 1047, 148, 149, 186, 353, 332, 427 धाराओं के तहत सीएमएम कोर्ट में दाखिल किया गया है।
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि हिंसा के दौरान कुल 95 लोग घायल हुए। घायलों में 47 पुलिस अधिकारी हैं। हिंसक प्रदर्शनों के दौरान उपद्रवियों ने छह बसों, तीन निजी वाहनों को क्षतिग्रस्त किया और उनमें आगजनी की।
असम को भारत से अलग करने की बात कही थी
जनवरी में शरजील इमाम के कई विवादित वीडियो सोशल मीडिया में सामने आए। एक वीडियो में शरजील असम एवं पूर्वोत्तर के राज्यों को भारत से अलग करने की बात कहता दिखाई दिया। विवादित वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। दिल्ली पुलिस ने गत 28 जनवरी को बिहार पुलिस की सहयोग से जहानाबाद से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उसे दिल्ली लेकर आया गया। शरजील ने पूछताछ में वीडियो में कही गई बातों को कबूल किया है।
दिल्ली पुलिस ने किया था केस दर्ज
भड़काऊ बयान देने के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शरजील के खिलाफ केस दर्ज किया। शरजील जेएनयू का शोधछात्र है। शरजील पर गत 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी उसके खिलाफ केस दर्ज किया है।