- विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के हालत को लेकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस
- विदेश सचिव ने कहा- फंसे हुए भारतीयों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
- पीएम ने भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर सुनिश्चित करने को कहा
नई दिल्ली: यूक्रेन के हालात को लेकर विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है। विदेश मंत्रालय के सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। विदेश सचिव ने कहा कि पीएम मोदी कुछ देर बार रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि पोलैंड, हंगरी के रास्ते यूक्रेन में फंसे लोगों को निकाला जाएगा। विदेश सचिव ने कहा कि यूक्रेन के हालात गंभीर हैं और भारत सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि फंसे भारतीय लोगों को निकाला जाए। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे
विदेश सचिव ने कही ये बात
विदेश सचिव ने बताया, 'आज पीएम की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में पीएम ने देश की नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। दूतावास ने 24 घंटे का हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। भारतीय दूतावास ने तीन एडवाइजरी जारी की है। जमीन पर हालात बहुत खराब हैं और यह लगातार खराब होते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय हमारे नागरिकों की सुरक्षा और वापसी के हरसंभव प्रयास करे।'
उठाए गए हैं ये कदम
विदेश सचिव ने बताया, 'यूक्रेन में स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमने करीब एक महीने पहले यूक्रेन में भारतीय नागरिकों का पंजीकरण शुरू किया था। ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर हमने पाया कि 20,000 भारतीय नागरिक वहां थे। पिछले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौट चुके हैं। दिल्ली में MEA कंट्रोल रूम को 980 कॉल और 850 ईमेल मिले हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से कहा है कि विदेश मंत्रालय यूक्रेन में हमारे नागरिकों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करे।यूक्रेन में हमारे दूतावास ने काम जारी रखा है। स्थिति को देखते हुए दूतावास द्वारा कई सलाह जारी की गई हैं। हम अपने छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालयों, स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर से संपर्क कर रहे हैं।'