- पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बुधवार को आया था चक्रवाती तूफान अम्फान
- नुकसान का जायजा लेने के बाद पीएम ने आर्थिक राहत का ऐलान किया
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा तूफान नहीं देखा
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने चक्रवात अम्फान से पश्चिम बंगाल को हुए नुकसान के लिए सोमवार को 1,000 करोड़ रुपए जारी किए। साथ ही चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र से एक टीम शीघ्र ही राज्य का दौरा करेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अनुरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत शुक्रवार को राज्य का दौरा किया और एरियल सर्वे के जरिए चक्रवात प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने इससे हुए नुकसान की भरपाई के लिए 1000 करोड़ रुपए के आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा की।
बता दें कि बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात अम्फान बुधवार को पश्चिम बंगाल के दीघा और हटिया तट से टकराया। इसके बाद भीषण चक्रवाती तूफान के साथ हुई बारिश ने राज्य में भीषण तबाही मचाई। इस आपदा की चपेट में आने से कम से कम 86 लोगों की जान गई। चक्रवात की विभीषिका को याद करते हुए मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा भीषण तूफान नहीं देखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान से राज्य को एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना में सबसे ज्यादा नुकसान
इस तूफान से सबसे ज्यादा तबाही उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना में हुई। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद तूफान बांग्लादेश की तरफ बढ़ गया। वहां भी इस प्राकृतिक आपदा का कहर देखा गया। पश्चिम बंगाल में दो दिनों तक इसका काफी असर देखा गया। तूफान के विनाशकारी प्रभाव की आशंका को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने पहले से एहतियाती कदम उठाए। पश्चिम बंगाल ओर ओडिशा में करीब 6.58 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
बिजली आपूर्ति हुई बाधित
पश्चिम बंगाल में भीषण तूफान के साथ आई बारिश में कच्चे मकान, पेड़, मोबाइल टावर और बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए। सड़कों पर पेड़ गिरने की वजह से यातायात प्रभावित हुआ। पेड़ों को काटकर रास्ता बनाना पड़ा। कई जगहों पर बिजली के ट्रांसफर जल गए जिसके चलते कई इलाकों में करीब दो दिनों तक बिजली की आपूर्ति बाधित रही। मोबाइल टावर गिर जाने की वजह से लोगों का अपने करीबियों से संपर्क टूट गया।
कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बहाल नहीं
पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध के कुछ घंटों बाद कोलकाता और पड़ोसी जिलों में शनिवार को सेना की तैनाती की गई थी। सरकार ने राज्य में आधारभूत ढांचे और आवश्यक सेवाओं को तत्काल बहाल करने के लिए सेना की मदद मांगी थी। दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों और मिदनापुर जिले के कुछ इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा भी अभी बहाल नहीं हुई है।